Navratri रंग: हरियाणा में नवरात्रि को कैसे रंगीन बनाएं

नवरात्रि सिर्फ नौ रातों का धर्म नहीं, बल्के एक रंग-बिरंगा जश्न भी है। हरियाणा में लोग इस मौके पर घर-बरामदा साफ़ सुथरा करते हैं, डाँडियों को सजाते हैं और सबसे खास बात – रंगों का इस्तेमाल करते हैं। सवाल है, कौन‑से रंग चुनें और उन्हें कैसे पहनें? चलिए, हम आपको आसान‑सरल टिप्स दिये हैं जिससे आपका नवरात्रि और भी जीवंत लग सके।

नवरात्रि में लोकप्रिय रंग और उनका मतलब

हर साल नवरात्रि के दौरान कुछ रंग हिट होते हैं। लाल अक्सर शौर्य और ऊर्जा दर्शाता है, पीला शुभता और सकारात्मकता का प्रतीक है, हरा स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है। गहरा नीला‑काला शक्ति और सुरक्षा को दर्शाता है, जबकि सफेद शांति और पवित्रता का प्रतीक है। इन रंगों को अपने कपड़े, दानों या घर की सजावट में शामिल करने पर माहौल स्वाभाविक ही उत्सव जैसा बन जाता है।

घर की सजावट में रंगों का उपयोग

सजावट के लिए सबसे आसान तरीका है रंगीन रांगोली बनाना। आप बेसन‑पानी के साथ हल्के रंग की पेस्ट मिलाकर रांगोली की डिजाइन तैयार कर सकते हैं। अगर आप समय बचाना चाहते हैं, तो मार्केट में मिलने वाले तैयार रांगोली पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं – बस पानी मिलाना है और रंग लगते ही तैयार। दीपावली के झंडे, कागज़ की लटें और फूलों के गुलदस्ते भी नवरात्रि के रंगों में चुन सकते हैं। लाल गुलाब, पीले चम्पा और हरे पन्ने भरपूर उपयोग करें, ये सौंदर्य के साथ साथ दिव्य महक भी देंगे। अगर आप चाहें तो घर के दरवाज़ों पर रंगीन कपड़े टांगें, जैसे कि हल्के पीले या पीले‑ऑरेंज शेड के कपड़े। यह न केवल मेहमानों को स्वागत करता है, बल्कि ऐसा दिखता है जैसे घर में उत्सव की लहरें चल रही हों।

कपड़ों में भी नवरात्रि के रंगों को अपनाना बेहद आसान है। आप दो‑तीन बेसिक साइलों के साथ रंगीन स्कार्फ, बैंड या पट्टा जोड़ सकते हैं। अगर बजट कम है, तो स्थानीय मार्केट की सस्ती साड़ी, लहंगा या कुर्ता चुनें, जिसमें एक‑दो चमकीले पैटर्न हों। इससे न सिर्फ आप ट्रेडिशनल लुक रखेंगे, बल्कि फोटो में भी चमक आएगी।

ध्यान रखें, रंग चुनते समय मौसम का भी ख़्याल रखें। गर्मियों में हल्के रंग जैसे पीला, हल्का नीला और सफेद वर्दी पहनें, ताकि थकान न हो। सर्दियों में गहरा लाल या गहरा नीला पहनना अच्छा रहता है, जिससे गर्मी भी बनी रहे।

आखिर में यह याद रखें – नवरात्रि का असली मकसद खुशी और ऊर्जा से भरपूर रहना है। चाहे आप रंगों को कपड़े में, घर की सजावट में या खाने‑पीने में इस्तेमाल करें, बिंदु यह है कि आप अपने मन और घर को सकारात्मक वाइब से भरें। अगर आप हरियाणा की स्थानीय परम्पराओं से जुड़ना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी मंदिर या पंडाल में जाकर देखिए, लोग कौन‑से रंग जलाते हैं और किन प्रेरणाओं को अपनाते हैं। यह आपको आपके अपने नवरात्रि स्टाइल को और भी खास बनाने में मदद करेगा।

तो अगली बार जब नवरात्रि आए, तो इन आसान टिप्स को अपनाएं – रंगों का सही चयन, सरल सजावट और दिल से मनाना। आपका नवरात्रि फेस्टिवल न सिर्फ आपके घर में, बल्कि आपके दिल में भी रंग-बिरंगा रह जाएगा।

Navratri रंग 2025: नौ दिव्य रंगों का विस्तृत मार्गदर्शन

Navratri रंग 2025: नौ दिव्य रंगों का विस्तृत मार्गदर्शन

शरदिया नवरात्रि 2025 22 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक धूमधाम से मनाई जाएगी। प्रत्येक दिन एक विशेष देवी के पूजन के साथ एक रंग भी निर्धारित है – सफेद से ले कर गुलाबी तक। ये रंग न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाते हैं, बल्कि चक्रों से मेल खाकर शारीरिक व मानसिक संतुलन लाते हैं। परिधान, सजावट या यहाँ तक कि पकवानों में इन रंगों को शामिल करने से सामुदायिक उत्सव और भी रंगीन बनता है। इस लेख में नौ रंगों की प्रतीकात्मकता और उन्हें अपनाने के आसान उपाय बताए गए हैं।

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