27 दिसंबर, 2024 को वडोदरा के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत की महिला क्रिकेट टीम और वेस्टइंडीज की महिला टीम के बीच तीसरा और अंतिम वनडे मैच खेला गया। इस मैच का हर एक मोमेंट दर्शकों को उत्सुकता से बांधे हुए था। दोनों टीमों के बीच के मुकाबले ने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित कर दिया। भारतीय टीम ने इस मुकाबले में अपने करिश्माई प्रदर्शन से वेस्टइंडीज टीम को चारों खाने चित्त कर दिया।
इस मैच के पहले ही भारतीय टीम ने टी20 और वनडे सीरीज में शानदार जीत दर्ज की थी। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुआई में भारतीय टीम ने अपनी स्थिति को मजबूती से सभांला। टीम के अन्य महत्वपूर्ण खिलाड़ी जैसे स्मृति मंधाना और दीप्ति शर्मा ने भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए टीम को जीत की राह पर आगे बढ़ाया। वेस्टइंडीज टीम के लिए हेली मैथ्यूज, डिआंड्रा डॉटिन और शेमाइन कैंपबेल ने भी अपने स्तर पर बेहतर प्रदर्शन की कोशिश की।
मैच का आरंभ भारतीय टीम के टॉस जीतने से हुआ। उन्होंने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। शुरुआती विकेट जल्दी गिरने से भारतीय टीम दबाव में जरूर आई, लेकिन फिर मंधाना और शर्मा की शानदार पार्टनरशिप ने टीम को मजबूत स्थिति में ले आया। इस दौरान मंधाना ने शानदार अर्धशतक जड़ा। भारतीय टीम ने निर्धारित ओवरों में 280 रन बनाए।
इसके बाद वेस्टइंडीज की पारी शुरू हुई और भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती ओवरों में ही विरोधी टीम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी के जरिये वेस्टइंडीज की टीम को बड़े स्कोर नहीं बनाने दिया।
भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए वेस्टइंडीज की टीम को 165 रनों पर रोक दिया। भारत की ओर से गेंदबाजी में कौर और शर्मा ने बड़ा योगदान दिया। भारतीय टीम ने इस जीत के साथ ही सीरीज को अपनी झोली में डाला। यह जीत भारतीय टीम की मेहनत और तैयारी का प्रतिफल थी।
इस शानदार जीत पर क्रिकेट पंडितों और प्रशंसकों ने भारतीय टीम की तारीफें कीं। टीम के इस प्रदर्शन को साल 2024 की सबसे यादगार क्रिकेट घटनाओं में से एक माना जा रहा है।
यह मुकाबला भारतीय महिला क्रिकेट के विकास और उसके लिए प्रेरणा बना। उनकी जीत ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण से कुछ भी असंभव नहीं है। इस सफलता ने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा दी और महिला क्रिकेट को लोकप्रियता में और वृद्धि मिली।