मॉनसन अपडेट: बारिश, तापमान और रोज़मर्रा की ज़िन्दगी पर असर

मॉनसन का मौसम हर साल अलग रंग लाता है। कुछ दिन हल्की बूंदें, तो कभी जोरदार तूफान। आप भी सोचते होंगे कि इस साल क्या बदलाव आएगा, कौन‑सी जगह बाढ़ की चेष्टा करेगा, या कौन‑से खेतों को पानी की ज़रूरत पड़ेगी। चलिए, एक‑एक करके सब देखते हैं, ताकि आप आगे की तैयारियां आसानी से कर सकें।

बारिश की भविष्यवाणी और तापमान में बदलाव

हजारों मौसम विज्ञानी अब कह रहे हैं कि इस साल मॉनसन का रिसाव थोड़ा देर से शुरू होगा, लेकिन जब शुरू होगा तो लगातार रहेगा। अंदाज़ा है कि पश्चिमी घाट से लेकर उत्तर‑पूर्वी भारत तक 20‑30 % अधिक वर्षा होगी। दिल्ली‑एनसीआर में अब रोज़ाना 5‑10 mm की बारिश हो सकती है, जबकि कई ग्रामीण इलाकों में 50 mm से अधिक गिरने की संभावना है।

तापमान की बात करें तो सुबह‑शाम ठंडी रहेगी, लेकिन दिन में धूप तेज़ हो सकती है। इस वजह से लोग अक्सर एसी‑हीटिंग में उलझते हैं। आसान उपाय: सुबह के समय हल्का कपड़ा पहनें, दोपहर में छाया या धूप वाली जगह पर ठंडी चीज़ें रखें, और शाम को हल्के कपड़े बदलें। इससे ऊर्जा बिल भी कम रहेगा।

कृषि और स्वास्थ्य पर मोनसन का असर

किसानों के लिए मॉनसन का सबसे बड़ा प्रश्न है – कितना पानी, कब देना है। खरीफ की फसलें जैसे धान, ज्वार, और कॉटन पर साल भर का असर पड़ता है। सही समय पर जलभरण करने से फसल की पैदावार भी बढ़ेगी और रोग भी कम होंगे। छोटे किसानों को सलाह है कि खेत में जल निकासी की व्यवस्था पहले से ही तैयार रखें, ताकि पानी जमा न हो।

घर में रहने वाले लोगों को भी मॉनसन से जुड़े रोगों से बचना चाहिए। बारिश के बाद फफूँदी और बैक्टीरिया बढ़ते हैं, जिससे एलर्जी, खांसी और त्वचा पर दाने हो सकते हैं। साफ़‑सफाई रखें, घर के कोनों को हवादार रखें और कपड़े धूप में सुखाएँ। पानी में अगर कंकड़‑कदम या गंदगी दिखे तो फिल्टर लगा कर उपयोग करें।

यदि आप यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो जलरोधक जैकेट और फिसलन‑रोधी जूतों को साथ रखें। भीड़‑भाड़ वाले जंक्शन पर गाड़ी चलाते समय ब्रेक दूरी बढ़ा दें, क्योंकि पिचली सड़कों पर ब्रेक लगाना मुश्किल हो जाता है।

बजट में रहने वाले परिवार अक्सर पानी की बचत के तरीकों को नजरअंदाज़ कर देते हैं। टैंकों में पानी भरने से पहले एक बार फ़िल्टर करके रखें, फिर थर्मल इन्सुलेशन वाले डिब्बों में रखें। इससे पानी ठंडा रहेगा और न केवल पीने लायक होगा, बल्कि खाना बनाने में भी स्वाद बेहतर रहेगा।

अंत में, मॉनसन का मौसम हमें धैर्य सिखाता है। बारिश चाहे कितनी भी तेज़ हो, सही तैयारी और जागरूकता से हम इसे अपने लाभ में बदल सकते हैं। हरियाणा समाचार विस्तार में ऐसे ही उपयोगी टिप्स मिलते रहेंगे, तो जुड़े रहें और मूसलाधार बारिश को भी मुस्कान में बदलें।

26 सितंबर 2025 का मौसम पूर्वानुमान: चार राज्यों में भारी बारिश, दिल्ली‑यूपी‑बिहार में कोई बारिश नहीं

26 सितंबर 2025 का मौसम पूर्वानुमान: चार राज्यों में भारी बारिश, दिल्ली‑यूपी‑बिहार में कोई बारिश नहीं

26 सेप्टेंबर 2025 को पश्चिम बंगाल, केरल, गुजरात और महाराष्ट्र में भारी वर्षा की संभावना है, जबकि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में कोई बारिश नहीं होगी। दिल्ली में अधिकतम 36 °C, न्यूनतम 26 °C तापमान रहेगा और मौसम साफ रहेगा। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को हरित क्षेत्र में रखा गया है, परन्तु गरमी लगातार बढ़ रही है। मॉनसन ने कई राज्यों से पीछे हटते ही असमान मौसम पैटर्न दिखा रहा है।

आगे पढ़ें