मणिमोहन सिंह: हरियाणा की राजनीति में एक अहम नाम

जब हरियाणा की राजनीति की बात आती है, तो मणिमोहन सिंह का नाम अक्सर सुनाई देता है। आप भी कभी इनके बारे में सोचे हैं? अगर नहीं, तो यही सही जगह है जहाँ आप उनका पूरा प्रोफ़ाइल पढ़ सकते हैं – शुरुआती जीवन से लेकर आज तक के कामकाज तक।

राजनीतिक यात्रा

मणिमोहन सिंह ने राजनीति में कदम रखने से पहले स्थानीय स्तर पर कई सामाजिक कार्य किए थे। गांव में स्कूल और स्वास्थ्य केन्द्र बनवाने में उनका हाथ रहा। यही कारण था कि लोग उन्हें भरोसेमंद मानने लगे। 2005 में उन्होंने पहली बार विधायक चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब से उन्होंने लगातार दो‑तीन बार अपने क्षेत्र को प्रतिनिधित्व किया है।

उनका मंच मुख्यतः भाजपा से जुड़ा रहा, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने मतदाताओं की समस्याओं को राजनीति के सिलेबस में नहीं ठूँस दिया। चाहे वो किसान की फसल‑बजट की बात हो या महिला सुरक्षा, मणिमोहन सिंह ने हमेशा जनता की आवाज़ को प्राथमिकता दी।

मुख्य कार्य और आज की स्थिति

सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है उनके द्वारा शुरू किए गए "कृषि विकास योजना"। इस योजना के तहत छोटे किसान को सस्ती कृषि यंत्र और बीज मिलने लगे। कई गाँव में अब खेती‑कुशलता के रिकॉर्ड टूट रहे हैं, और किसान की आय में सुधार दिख रहा है।

कुशलता से काम करना मणिमोहन सिंह का एक और पहलू है – उन्होंने सड़क विकास, बिजली पहुँच, और जल संसाधन प्रबंधन के लिए कई प्रोजेक्ट चलाए। एक गाँव के प्रधान ने कहा, "पहले जहाँ पानी नहीं था, अब टैंक भरते देखे हैं, सब मणिमोहन सिंह की वजह से।"

विरोधियों का कहना है कि उनकी कुछ नीतियों में पारदर्शिता की कमी है, लेकिन वे भी ये नहीं भूलते कि उन्होंने कई बार भ्रष्टाचार विरोधी कदम उठाए हैं। उनका नाम कई बार राज्य स्तर के एंकों में शीर्ष 10 विधायक के रूप में आया है।

भविष्य की रणनीति के बारे में पूछें तो मणिमोहन सिंह ने कहा, "हरियाणा को डिज़िटल बनाना, नौकरियों के अवसर बढ़ाना और युवाओं को उद्यमिता की दिशा में ले जाना हमारा लक्ष्य है।" इस दिशा में अब तक उन्होंने कई टेक‑इन्क्यूबेटर और प्रशिक्षण केंद्र खोले हैं।

अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि मणिमोहन सिंह क्यों महत्वपूर्ण हैं, तो एक बात याद रखें – राजनीति सिर्फ नाम या पार्टी की लड़ाई नहीं, बल्कि लोगों के जीवन को बेहतर बनाना है। यही बात मणिमोहन सिंह ने निरंतर दिखायी है, चाहे वो विधायक के रूप में हो या सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर।

संक्षेप में, मणिमोहन सिंह का सफर सफलता, चुनौतियों, और जनता के साथ जुड़ाव का मिश्रण है। हरियाणा में उनके कार्यों को देखने के बाद आप खुद ही तय कर सकते हैं कि उनका योगदान कितना मूल्यवान है।

मणिमोहन सिंह की 93वीं जयंती पर पीएम मोदी व नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

मणिमोहन सिंह की 93वीं जयंती पर पीएम मोदी व नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

26 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने मणिमोहन सिंह की 93वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। 1991 की आर्थिक सुधारों से लेकर प्रधानमंत्री कार्यकाल में NREGA, RTI जैसी प्रमुख नीतियों तक, उनका योगदान आज भी याद किया जाता है। उनका सौम्य स्वभाव और निष्ठा सभी दलों में सम्मान के योग्य बनी हुई है।

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