Checkpoint Therapeutics क्या है?

Checkpoint Therapeutics एक अमेरिकी बायोटेक फर्म है जो इम्यूनोथेरेपी के क्षेत्र में काम करती है। कंपनी मुख्य रूप से कैंसर रोगियों के लिए नई दवाएँ बनाती है, जहाँ शरीर की अपनी इम्यून सिस्टम को ट्यूमर को पहचानने और मारने के लिए सक्रिय किया जाता है। इस तकनीक को ‘चेकपॉइंट इनहिबिटर’ कहा जाता है, और यह कई प्रकार के कैंसर में प्रभावी साबित हो रही है।

जब आप ट्यूमर को देखना चाहते हैं, तो इम्यून सिस्टम पर कई रुकावटें आती हैं – इन्हें चेकपॉइंट कहा जाता है। Checkpoint Therapeutics इन रुकावटों को हटाने के लिए बायोलॉजिकल दवाएँ बनाती है, जिससे टी‑सेल सीधे कैंसर को लक्ष्य बनाते हैं। इस सिद्धान्त के कारण कई बड़े फार्मास्यूटिकल कंपनियों ने भी समान प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं, लेकिन Checkpoint Therapeutics छोटे आकार की कंपनी होने के कारण अधिक फुर्तीली और तेज़ी से नई ड्रेसिंग विकसित कर पा रही है।

मुख्य उत्पाद और तकनीक

कंपनी के पास अभी दो प्रमुख प्रोडक्ट पाइपलाइन हैं। पहला है ‘CK-001’, जो लिम्फोमा और कुछ प्लीहा कैंसर में उपयोगी माना गया है। दूसरा ‘CK-002’ न्यूरोब्लास्टोमा और स्मॉल सेल लंग कैंसर में क्लिनिकल ट्रायल चरण में है। दोनों दवाएँ बायोलॉजिकल एंटिबॉडीज़ पर आधारित हैं और इन्हें इंट्रावीनस दिया जाता है।

इन दवाओं की मुख्य खासियत यह है कि उन्होंने पहले‑लाइन थेरेपी के साथ भी संयोजन में बेहतर परिणाम दिखाए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, CK-001 ने तीसरे चरण के ट्रायल में रोगियों की सर्वाइवल रेट को 12% तक बढ़ाया। यह आंकडा बड़े रक्त कैंसर विशेषज्ञों ने भी मान्यता दी है।

भारत में संभावनाएँ

भारत में कैंसर के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, और सरकारी योजनाएँ नई दवाओं की मंजूरी को तेज़ करने की दिशा में काम कर रही हैं। Checkpoint Therapeutics ने हाल ही में भारत में क्लिनिकल ट्रायल का पहला चरण शुरू किया है, जो लिवर कैंसर वाले रोगियों पर केंद्रित है। इस ट्रायल में 150 रोगियों को CK-002 दिया जाएगा, और प्रारम्भिक परिणाम इस साल के अंत तक उपलब्ध होंगे।

यदि ये ट्रायल सफल होते हैं, तो भारत के परवासी रोगियों को भी उन्नत इम्यूनोथेरेपी का लाभ मिल सकेगा, जिससे उपचार लागत में कमी भी आती है। कंपनी ने स्थानीय फार्मा कंपनियों के साथ लाइसेंसिंग समझौते पर भी हाथ मिलाए हैं, ताकि दवाओं का उत्पादन देश में ही किया जा सके। यह कदम न केवल औषधि की उपलब्धता को बढ़ाएगा, बल्कि रोजगार और तकनीकी ज्ञान के प्रसार में भी मदद करेगा।

संक्षेप में, Checkpoint Therapeutics एक उभरती बायोटेक फर्म है जो कैंसर इम्यूनोथेरेपी में नवीन समाधान दे रही है। उनके प्रोडक्ट पाइपलाइन में दो मुख्य दवाएँ हैं, जिनके प्रारम्भिक ट्रायल परिणाम आशाजनक दिखते हैं। भारत में चल रहे क्लिनिकल ट्रायल और संभावित लाइसेंसिंग समझौतों से यह स्पष्ट है कि कंपनी का भारत में बड़ा भविष्य है। अगर आप इस क्षेत्र में निवेश या नौकरी के अवसर ढूँढ रहे हैं, तो Checkpoint Therapeutics को नजर में रखें।

Sun Pharma की शेयर कीमत में 1% से अधिक की उछाल, चेकपॉइंट थैरेप्युटिक्स के अधिग्रहण के बाद

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Sun Pharma ने 30 मई 2025 को NASDAQ‑लिस्टेड Checkpoint Therapeutics का $355 मिलियन में अधिग्रहण पूरा किया। इस सौदे में UNLOXCYT नामक पहली FDA‑स्वीकृत anti‑PD‑L1 दवा शामिल है, जो उन्नत त्वचा कैंसर के इलाज में क्रांतिकारी है। शेयर कीमत में 1% से ज्यादा की बढ़त दिखी, जबकि Dilip Shanghvi ने इस कदम को ऑनको‑डर्मेटोलॉजी में नेतृत्व मजबूत करने के रूप में बताया।

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