Sun Pharma ने 30 मई 2025 को अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज NASDAQ पर सूचीबद्ध Checkpoint Therapeutics, Inc. का अधिग्रहण फॉर्मल रूप से अंतिम रूप दे दिया। यह लेन‑देना मार्च 2025 में घोषित किया गया था, लेकिन अगस्त के अंत में ही सभी नियामक मंजूरियों के बाद पक्का हुआ। Sun Pharma ने Checkpoint की सभी बाँकी शेयरों को $4.10 प्रति शेयर के मूल्य पर नकद में खरीदा, जिससे कुल भुगतान $355 मिलियन तक पहुँचा। इसके साथ ही शेयरहोल्डरों को संभावित लक्ष्य प्राप्ति पर $0.70 प्रति शेयर के अतिरिक्त कॉन्टिंजेंट वैल्यू राइट्स (CVRs) भी प्रदान किए गए।
Checkpoint Therapeutics, मैसाचुसेट्स के वॉल्थाम में स्थित, एक विकास‑स्तर की बायोटेक कंपनी थी जो इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड ऑनकोलॉजी में विशेषीकृत थी। कंपनी की मुख्य तकनीक PD‑L1 इन्हिबिटर विकसित करना थी, जो Sun Pharma की ऑनको‑डर्मेटोलॉजी रणनीति में सीधे फिट बैठती है।
अधिग्रहण का मुख्य आकर्षण UNLOXCYT (cosibelimab‑ipdl) है, जो दिसंबर 2024 में FDA द्वारा उन्नत क्यूटेनियस स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (cSCC) के इलाज के लिए स्वीकृत पहली और अकेली anti‑PD‑L1 दवा बन गई। यह दवा उन रोगियों के लिए है जिनमें मेटास्टेटिक या स्थानीय रूप से उन्नत cSCC है और जो सर्जरी या रेडिएशन जैसी क्यूरेटिव प्रक्रिया का विकल्प नहीं हैं।
Sun Pharma के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर Dilip Shanghvi ने इस सौदे को कंपनी की नवाचार‑उन्मुख थैरेपी पोर्टफोलियो को मजबूत करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम कहा। उन्होंने कहा कि UNLOXCYT को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ने से Sun Pharma को ऑनको‑डर्मेटोलॉजी में अपनी नेतृत्व स्थिति का लाभ उठाते हुए रोगियों को नवीन उपचार विकल्प जल्दी पहुंचाने में मदद मिलेगी।
Sun Pharma की वैश्विक वितरण नेटवर्क और 150 से अधिक देशों में मौजूदा मार्केटिंग बुनियादी ढाँचा इस दवा को कई बाजारों में तेजी से पहुँचाने में मदद करेगा। इस कदम से कंपनी न केवल अपने जेनरिक‑ड्राइवर बिजनेस से बाहर निकलकर बायोफार्मास्यूटिकल सेक्टर में भी मजबूती पा रही है, बल्कि उभरते बाजारों में भी ऑनको‑डर्मेटोलॉजी के लिए नया मानक स्थापित करने की स्थिति में है।
वर्तमान में Sun Pharma विश्व की सबसे बड़ी स्पेशलिटी जेनरिक कंपनी के रूप में मान्य है, और यह अधिग्रहण उसके विविधीकरण के एक बड़े हिस्से को दर्शाता है। कंपनी ने पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय बायोटेक और फार्मा कंपनियों को खरीदा है, जिससे उसकी रिसर्च‑डेवलपमेंट क्षमताएँ और बाजार पहुँच दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
कंपनी की भविष्य की योजनाओं में UNLOXCYT को अतिरिक्त संकेतकों, जैसे कि जलन‑प्रेरित त्वचा कैंसर, में भी परीक्षण करना शामिल है। यदि क्लिनिकल ट्रायल सफल होते हैं, तो यह दवा Sun Pharma को अनिवार्य रूप से एक क्लास‑लीडर बना सकती है, जिससे कंपनी को उच्च मार्जिन और प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलने की संभावना है।
सभी इन बातों को देखते हुए, निवेशकों ने इस खबर पर शेयर मूल्य में 1% से अधिक की तेज़ी देखी। बाजार में यह आशा दिखती है कि Sun Pharma का यह कदम न केवल कंपनी के राजस्व को बढ़ाएगा, बल्कि भारत के फार्मास्युटिकल निर्यात को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।