प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए ट्रैफिक में फसे पंजाब बीजेपी नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने लगाई दौड़ | देखें वीडियो

जून, 9 2024

रवनीत सिंह बिट्टू के दिलचस्प सफर की शुरुआत

रविवार का दिन, दिल्ली की सड़कों पर जुड़ा एक नाम पंजाब बीजेपी के नेता रवनीत सिंह बिट्टू का, जो ट्रैफिक जाम में फंस गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए वे समय पर पहुंचने का प्रयास कर रहे थे। रुकावट कोई भी हो, कृतसंकल्प रवनीत सिंह बिट्टू ने हार नहीं मानी और अपनी कार से उतर कर दौड़ लगाई। यह दृश्य कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर अच्छी तरह से छा गया।

बिट्टू के राजनीतिक सफर की झलक

रवनीत सिंह बिट्टू, जो पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं, का राजनीतिक सफर हमेशा से ही चर्चा में रहा है। बिट्टू पहले कांग्रेस के नेता थे और उन्होंने लुधियाना सीट से 17वीं लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया था। मार्च 2024 में वे बीजेपी से जुड़े और उसके बाद से पार्टी के साथ उनकी सक्रियता ने नया मोड़ लिया। हालांकि, उन्होंने लुधियाना सीट से कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वडिंग से हार का सामना किया, लेकिन इसके बावजूद भी उनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई।

प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के प्रति आभार

प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के प्रति आभार

रवनीत सिंह बिट्टू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया है। उनका मानना है कि मोदी और शाह पंजाब के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और राज्य के मुद्दों को हल करने का पूर्ण प्रयास करते हैं। बिट्टू का कहना है कि पंजाब की समस्याओं को सुनने और उन पर काम करने के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की प्रतिबद्धता बेहद महत्त्वपूर्ण है।

ट्रैफिक जाम का सामना और मीडिया प्रतिक्रिया

ट्रैफिक जाम में फंसने के बाद, बिट्टू को समय पर प्रधानमंत्री के निवास पहुंचने के लिए अपनी गाड़ी को छोड़ कर दौड़ना पड़ा। यह अद्वितीय दृश्य कैमरे में कैद हुआ और जल्दी ही वायरल हो गया। इस पूरी घटना को देखकर जनता में विभिन्न प्रतिक्रिया आई हैं, जिसमें कुछ लोगों ने उनकी कर्मठता की सराहना की है तो कुछ ने इसे राजनीति का नया तरीका कहा है।

राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल पर टिप्पणी

राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल पर टिप्पणी

रवनीत सिंह बिट्टू ने आप पार्टी पर भी तीखी टिप्पणी की है, विशेषत: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के संदर्भ में। वे राहुल गांधी के समर्थक थे, लेकिन हाल के घटनाक्रमों में उनकी नाराजगी जाहिर होती है। बिट्टू ने कहा कि वे केजरीवाल के लिए किसी भी सूरत में समर्थन नहीं कर सकते।

मिशन पंजाब: आगे की राह

रवनीत सिंह बिट्टू के नेतृत्व में पंजाब में बीजेपी के मिशन को नई दिशा देने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि पंजाब को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिल सके और यहां की समस्याओं का स्थायी समाधान हो। बिट्टू का मानना है कि मोदी सरकार के तहत पंजाब को बेहतर अवसर मिल सकते हैं और यहां के लोगों के लिए नए रोजगार के रास्ते खुल सकते हैं।

17 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Anuj Panchal

    जून 9, 2024 AT 19:27

    बिट्टू जी ने ट्रैफिक जाम को 'इन्सिडेंट मैनेजमेंट' के केस स्टडी की तरह पेश किया, जहाँ समय संवेदनशीलता और रूट ऑप्टिमाइज़ेशन प्रमुख थे। उनके इस कार्य से पार्टी के लॉजिस्टिक फ्रेमवर्क में फुर्तीलेपन की जरूरत सामने आई। यह दिखाता है कि राजनीतिक एजेंडा को पूर्ण करने के लिए माइक्रो‑मैनेजमेंट भी आवश्यक हो सकता है।

  • Image placeholder

    Prakashchander Bhatt

    जून 10, 2024 AT 03:47

    वाह! बिट्टू साहब की यह जिंदादिली हमें सिखाती है कि चाहे रास्ता कितना भी बाधित क्यों न हो, इरादा मजबूत हो तो मंज़िल तक पहुँच ही होती है। ऐसे नेत्रित्व से टीम में जोश और उत्साह का संचार होता है।

  • Image placeholder

    Mala Strahle

    जून 10, 2024 AT 12:07

    दिल्ली की सड़कों पर अक्सर ऐसे अनाकर्षक दृश्यों का सामना करना पड़ता है, पर बिट्टू जी की इस दौड़ने की झलक ने एक अलग ही परिप्रेक्ष्य पेश किया। वह सिर्फ समय पर पहुँचना नहीं चाहते थे, बल्कि एक संदेश देना चाहते थे कि प्रतिबद्धता को कोई ट्रैफिक जाम नहीं रोक सकता। उनके कदमों की ध्वनि मानो एक लय बन गई जिसमें राजनैतिक दृढ़ता झलकती है। इस तरह की पहल से आम जन को भी प्रेरणा मिलती है कि कठिनाइयों में भी आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि, क्या यह सभी राजनेताओं के लिए भी संभव है, इस पर विचार करना आवश्यक दिखता है। अंत में, बिट्टू जी का यह कार्य एक छोटा प्रतिस्थापन है बड़े बदलावों का प्रतीक।

  • Image placeholder

    shubham garg

    जून 10, 2024 AT 20:27

    चलो भाई, अब तो हमें भी ऐसी ही ऊर्जा लेनी चाहिए!

  • Image placeholder

    LEO MOTTA ESCRITOR

    जून 11, 2024 AT 04:47

    बिट्टू जी की इस मेहनत को देखकर लगता है कि अगर हम सब थोड़ा और प्रयास करें तो बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है। ऐसे छोटे-छोटे कदम बड़ी जीत की ओर ले जाते हैं।

  • Image placeholder

    Sonia Singh

    जून 11, 2024 AT 13:07

    दिखता है कि ट्रैफिक में फंसना भी कभी-कभी एक कहानी बन जाता है, बस नजरिया बदलना पड़ता है।

  • Image placeholder

    Ashutosh Bilange

    जून 11, 2024 AT 21:27

    भाई लोग, ये कौन सा नाटक है? ट्रैफिक में फँसके फटके टालते‑टालते अब मोदी से मिलन के लिए रेस लगा दी! असली असली बात तो ये है कि राजनीति में अब एंट्री लेन के लिए भी माराथन रन की जरूरत पड़ रही है।

  • Image placeholder

    Kaushal Skngh

    जून 12, 2024 AT 05:47

    ट्रैफिक जाम में फँसना तो सबका दिनचर्या है, लेकिन इसे थियेटर बना कर दिखाने से बात नहीं बदलती।

  • Image placeholder

    Harshit Gupta

    जून 12, 2024 AT 14:07

    देशभक्तों का दिल हमेशा जलता है जब देखता है कि हमारे नेता समय की पाबंदियों को कैसे मात देते हैं। बिट्टू जी का यह कदम भारतीय महायात्रा का एक नया अध्याय है। वह सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र के गौरव के लिए दौड़े। ऐसी प्रतिबद्धता में ही असली राष्ट्रीय भावना की चमक होती है। पाला-पाला के सामने झुकना नहीं, बल्कि आगे बढ़ना ही असली साहस है। ट्रैफिक जाम को बाधा मानकर पीछे हटना नहीं चाहिए। हर एक नागरिक को इस उदाहरण से सीख लेनी चाहिए कि कठिनाइयों में भी हम लक्ष्य से नहीं हटते। यह सब सरकारी योजनाओं की तेज़ी से कार्यवाही को भी दर्शाता है। मोदी सरकार की 'स्मार्ट सिटी' एजेंडा में इस तरह की तेज़ी को शामिल किया गया है। जब नेता ऐसे दिखते हैं तो जन मानस में भरोसा बन जाता है। यह भरोसा ही हमारे विकास का मूलधन है। कोई भी बाधा बड़ी नहीं जब इरादा बड़ा हो। रात दिन की मेहनत से ही हम 'अग्निपथ' पर चल पाते हैं। राष्ट्रीय अभिमान को बढ़ावा देने में इस तरह के छोटे कदम भी महत्वपूर्ण होते हैं। अंत में, हम सभी को इस ऊर्जा को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। जय हिन्द!

  • Image placeholder

    HarDeep Randhawa

    जून 12, 2024 AT 22:27

    हाय, क्या बात है-बिट्टू जी ने ट्रैफिक में फँसते‑ही क्यों नहीं बैठे?!! उन्होंने तो सीधे ही दौड़ लगाई-अब देखते हैं क्या यह एक नया राजनीतिक ट्रेंड बनता है...!!!

  • Image placeholder

    Nivedita Shukla

    जून 13, 2024 AT 06:47

    समय का पहिया घूमता रहता है, और कभी‑कभी हमें लगता है कि हम उसे रोक नहीं सकते। पर बिट्टू जी ने दिखा दिया कि इच्छा शक्ति के साथ आप पहिये को भी मोड़ सकते हैं। इस दृढ़ता में एक गहरी दार्शनिक बात छिपी है-कि भाग्य केवल उन ही लोगों का होता है जो उसे पकड़ने दौड़ते हैं। फिर भी, मेरे दिल में एक आशंका है कि यह सब मंचीयता तो नहीं?

  • Image placeholder

    Rahul Chavhan

    जून 13, 2024 AT 15:07

    भैया, इस घटना से हमें यह सीख मिलती है कि योजना बनाते समय रास्तों की भी जाँच करनी चाहिए। नहीं तो ट्रैफिक जाम में फँसकर बहुत समय बर्बाद हो सकता है।

  • Image placeholder

    Joseph Prakash

    जून 13, 2024 AT 23:27

    वाह बिट्टू जी की बहुत ही तेज़ी 😂 यह देख कर लगता है कि समय की पाबंदी में भी रचनात्मकता आ सकती है 👍

  • Image placeholder

    Arun 3D Creators

    जून 14, 2024 AT 07:47

    बिट्टू की इस दौड़ में सिर्फ राजनीति नहीं बल्कि जीवन का एक बड़ा सबक छिपा है-चलते रहो और कभी हार मत मानो

  • Image placeholder

    RAVINDRA HARBALA

    जून 14, 2024 AT 16:07

    वास्तव में यह एक मीडिया स्टंट है जो जनता के ध्यान को वास्तविक मुद्दों से हटाता है।

  • Image placeholder

    Vipul Kumar

    जून 15, 2024 AT 00:27

    बिट्टू जी का यह प्रयास दर्शाता है कि दृढ़ संकल्प के साथ कोई भी बाधा पार की जा सकती है। यह हमें यह सीख देता है कि जब लक्ष्य स्पष्ट हो तो रास्ते की कठिनाइयाँ भी छोटी लगती हैं। ऐसे उदाहरण से युवा वर्ग में प्रेरणा का संचार होता है और वे अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रयत्नशील होते हैं।

  • Image placeholder

    Priyanka Ambardar

    जून 15, 2024 AT 08:47

    बिल्कुल सही कहा दोस्त, हमें ऐसे ही दिखावे को हटा कर असली काम में लगना चाहिए! 💪

एक टिप्पणी लिखें