आप सांसद स्वाति मालीवाल का आरोप: दिल्ली के मुख्यमंत्री के पीए बिभव कुमार ने किया उनके साथ मारपीट

मई, 17 2024

आम आदमी पार्टी (आप) की नेता और राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी में मालीवाल ने आरोप लगाया है कि बिभव कुमार ने उनके साथ गंभीर मारपीट की है।

घटना 13 मई को केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर हुई, जब मालीवाल मुख्यमंत्री से मिलने गई थीं। एफआईआर के अनुसार, कुमार ने मालीवाल को कम से कम 7-8 बार थप्पड़ मारा और उनकी छाती, पेट और श्रोणि क्षेत्र में लात मारी।

मारपीट से पहले कुमार ने मालीवाल के साथ मौखिक दुर्व्यवहार भी किया और उनकी मदद के लिए चिल्लाने और रुकने की गुहार के बावजूद मारपीट जारी रखी। मालीवाल उस समय मासिक धर्म में थीं और उन्हें बहुत तेज दर्द हो रहा था।

मारपीट के बाद, कुमार ने मालीवाल को धमकी दी कि वह कुछ नहीं कर सकती हैं और वे उनकी हड्डियां तोड़ देंगे और उन्हें एक ऐसी जगह दफना देंगे जहां किसी को पता नहीं चलेगा। आखिरकार मालीवाल खुद को आजाद करने में कामयाब रहीं और पुलिस को बुलाकर अपराध की सूचना दी।

आघात की स्थिति में होने के बावजूद, सुरक्षाकर्मियों ने मालीवाल को परिसर छोड़ने के लिए कहा। एफआईआर में विभिन्न आईपीसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें दोषपूर्ण हत्या का प्रयास, गलत रोक, हमला, आपराधिक धमकी और महिला की शील भंग करना शामिल है।

इस बीच, मालीवाल ने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अपना बयान दर्ज करा लिया है। यह मामला राजनीतिक विवाद का केंद्र बन गया है और विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाया है।

आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है और अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, पार्टी के कुछ नेताओं ने निजी तौर पर इन आरोपों को खारिज किया है और इसे विपक्षी दलों की साजिश बताया है।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि वह इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग करती हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह घटना दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।

दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी बिभव कुमार से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वे इस मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना एक बार फिर से राजनीति और महिला सुरक्षा के मुद्दे को उठाती है। ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई की जरूरत है ताकि महिलाओं को न्याय मिल सके और समाज में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

महिलाओं के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और यह चिंता का विषय है। सरकार और समाज दोनों को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा और महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी।

स्वाति मालीवाल के साथ हुई इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि महिलाएं किसी भी स्थान पर सुरक्षित नहीं हैं, चाहे वह उनका घर हो, कार्यस्थल हो या फिर सार्वजनिक स्थान। हमें एक ऐसा माहौल बनाना होगा जहां महिलाएं बिना किसी डर या खतरे के अपनी जिंदगी जी सकें।

इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है और इसके लिए सरकार, पुलिस और समाज सभी को मिलकर काम करना होगा।

हमें उम्मीद करनी चाहिए कि स्वाति मालीवाल को न्याय मिलेगा और उनके साथ हुई इस घटना से सबक लेते हुए महिलाओं की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम एक ऐसा समाज बनाएं जहां महिलाएं सम्मान और सुरक्षा के साथ जी सकें।