फ्रेंच ओपन हमेशा से ही टेनिस की दुनिया में एक महत्वपूर्ण टूर्नामेंट रहा है और जब हम इस टूर्नामेंट की बात करते हैं, तो राफेल नडाल का नाम सबसे पहले आता है। 14 बार के चैंपियन नडाल इस बार फर्स्ट राउंड में एलेक्जेंडर ज्वेरेव का सामना करने जा रहे हैं। यह मुकाबला काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, खासकर तब जब नडाल हाल ही में कई चोटों से जूझ रहे हैं।
नडाल ने पिछले कुछ महीनों में कई चोटों का सामना किया है। उनकी हिप इंजरी और मांसपेशियों में खिंचाव ने उनके प्रदर्शन पर असर डाला है। इन चोटों के कारण उन्होंने काफी कम मैच खेले हैं और अब वे अनसीडेड हैं। इससे उनकी ड्रॉ और भी कठिन हो गई है और उन्हें एलेक्जेंडर ज्वेरेव जैसे कठिन प्रतिद्वंदी का सामना करना पड़ रहा है।
ज्वेरेव ने हाल ही में रोम ओपन जीता है और उनका आत्मविश्वास ऊँचाई पर है। उन्होंने पिछले तीन सालों में रोलैंड गैरोस के सेमी-फाइनल में पहुंचकर सभी को प्रभावित किया है। नडाल का ज्वेरेव के खिलाफ 7-3 का रिकॉर्ड है, लेकिन ज्वेरेव की हालिया फॉर्म को देखते हुए मुकाबला संतुलित लगता है।
इस बार फ्रेंच ओपन में पुरुषों का ड्रॉ असामान्य रूप से खुला हुआ है। नडाल की फिटनेस और नोवाक जोकोविच की साल की शुरुआत को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में यह टूर्नामेंट और भी रोमांचक हो जाता है। ज्वेरेव भी इस बात को मानते हैं कि न उन्हें और ना ही नडाल को पहले राउंड में एक-दूसरे का सामना करना आसान नहीं होगा।
हालांकि अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह नडाल का आखिरी फ्रेंच ओपन हो सकता है, लेकिन उन्होंने अभी तक ऐसा कुछ भी पुष्टि नहीं की है। फ्रेंच ओपन के आयोजकों ने नडाल के लिए एक सम्मान समारोह की योजना बनाई थी, लेकिन नडाल की अनिच्छा को देखते हुए उसे स्थगित कर दिया गया।
यह देखना दिलचस्प होगा कि नडाल अपने खेल और चोटों को कितनी बेहतर तरह से संभालते हैं और इस कठिन मुकाबले में अपने अनुभव और तकनीक से कैसे ज्वेरेव को चुनौती देंगे। फ्रेंच ओपन में इस साल का रोमांच और प्रतिस्पर्धा दोनों ही उच्च स्तर पर होंगे।