लेबनान के विभिन्न हिस्सों में पेजर विस्फोटों की एक श्रृंखला से देश संस्कृति और सुरक्षा के क्षेत्र में गंभीर झटकों का सामना कर रहा है। लेबनान की राजधानी बेरूत और खासकर इसके दक्षिणी उपनगरों में हुए इन विस्फोटों ने नौ लोगों की जान ले ली और 2,750 से अधिक लोगों को घायल कर दिया। इन विस्फोटों का समय और सुरक्षा व्यवस्था पर इसके गंभीर प्रभाव ने इसे सबसे बड़ी सुरक्षा चूक के रूप में देखा जा रहा है।
लेबनान के विभिन्न इलाकों में एक घंटे के अंदर ही कई पेजर विस्फोट हुए, जिससे लोगों के बीच भय और व्यापक अफरा-तफरी मच गई। प्रभावित क्षेत्रों में बेरूत के दक्षिणी उपनगर, जो कि हिज़बुल्लाह का गढ़ माना जाता है, खास तौर पर शामिल थे। इन विस्फोटों का प्रभाव इतना गंभीर था कि कई सार्वजनिक स्थानों जैसे किराने की दुकान और बाजार क्षेत्र भी इस भयंकर हादसे का हिस्सा बने। इन मुख्य स्थानों पर हुए विस्फोटों ने लेबनान के सामाजिक और आर्थिक जीवन पर भी गहर प्रभाव डाला है।
हिज़बुल्लाह के लड़ाके और चिकित्सा कर्मी विशेष रूप से इन हमलों में निशाना बनाए गए। हिज़बुल्लाह ने पुष्टि की है कि उसके दो लड़ाके और एक नागरिक इन विस्फोटों में मारे गए। जबकि यह संगठन अभी तक किसी विशेष पक्ष पर आरोप नहीं लगा पाया है, मौजूदा हालात और घटनाओं ने इजरायल के साथ बढ़ते तनाव को उजागर किया है। इसके अलावा, ईरानी राजदूत, मोजतबा आहनी, भी इन विस्फोटों में घायल हो गए, जिससे यह घटना और गंभीर हो गई।
ये पेजर हाल ही में हिज़बुल्लाह द्वारा पेश किए गए नवीनतम मॉडलों में से थे, लेकिन विस्फोट के तरीके की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। इस घटनाक्रम में इजरायल ने कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन हिज़बुल्लाह और इजरायल के बीच की मौजूदा संघर्ष स्थिति ने इस मुद्दे को और उलझा दिया है।
इस घटना से पहले से ही इजरायल और हिज़बुल्लाह के बीच चल रहे सीमा पार संघर्ष और हिंसा ने स्थिति को और विकट बना दिया है। अक्टूबर 7, 2022 को गाजा युद्ध की शुरुआत के बाद से यह संघर्ष और बढ़ गया है। हाल ही में, इजरायल ने लेबनान में 'आतंकी ठिकानों' पर हवाई हमले किए, जिसके जवाब में हिज़बुल्लाह ने इजरायल पर 320 से अधिक रॉकेट दागे थे।
इन विस्फोटों की घटना को सीसीटीवी में कैद कर लिया गया है, जिससे विभिन्न स्थानों की जानकारी प्राप्त हुई है। इन सबूतों के साथ ही एक व्यापक जांच शुरू की गई है ताकि इन हमलों के पीछे की असली साजिश का पर्दाफाश हो सके।
इस पूरी घटना ने लेबनान में सुरक्षा व्यवस्था के प्रति आम जनता के विश्वास को हिला कर रख दिया है। आने वाले समय में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और अधिक सावधानी और प्रबल सुरक्षा उपायों की जरूरत महसूस की जा रही है।