दक्षिण अफ्रीका ने लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीता 2025 आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप

नव॰, 15 2025

जून 11, 2025 को लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर एक ऐतिहासिक मुकाबले के बाद, दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर 2025 आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। यह जीत दक्षिण अफ्रीका के लिए 27 साल के इंटरनेशनल क्रिकेट खिताब के बाद की पहली बड़ी जीत थी — पिछली बार उन्होंने 1998 के चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दर्ज की थी। खेल का अंत एक शानदार चेज़ के साथ हुआ, जिसमें कप्तान टेम्बा बावुमा ने 102 रन और ऐडेन मार्करम ने 136 रन बनाकर टीम को विजय की ओर ले गए।

एक ऐतिहासिक चेज़: 43/4 से 282/5 तक

दक्षिण अफ्रीका के लिए यह मैच बिल्कुल भी आसान नहीं था। पहले दिन के स्टम्प्स पर वे केवल 43/4 पर थे — एक ऐसा स्कोर जिस पर कई टीमें हार मान लेतीं। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने उनकी शुरुआत को बर्बाद कर दिया, लेकिन बावुमा और मार्करम ने अपने बल्लेबाजी के साथ टीम को बचाया। दूसरे दिन बाद में बारिश के कारण रुकावट के बाद भी, दक्षिण अफ्रीका ने दबाव को नजरअंदाज करते हुए 200/2 तक पहुँच गया। जब अंतिम विकेट गिरा, तो उनका स्कोर 282/5 था — बस 2 रन बाकी थे। जीत का अंतिम रन ऐडेन मार्करम ने छक्के से मारा, जिससे लॉर्ड्स में जश्न का माहौल छा गया।

ऑस्ट्रेलिया का अच्छा शुरुआती प्रदर्शन, लेकिन अंत में नाकाम

ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 212 रन बनाए, जहाँ बू वेबस्टर ने 72 रन बनाकर टीम का स्तंभ बना। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज कगीसो रबाडा ने 5 विकेट लेकर उनकी पारी को रोक दिया। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने केवल 207 रन बनाए, जिससे दक्षिण अफ्रीका को 280 का लक्ष्य मिला। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने अपनी टीम के लिए बहुत कुछ किया, लेकिन बल्लेबाजी का अंतिम ढांचा टूट गया।

कप्तानी का फैसला: बावुमा का बड़ा निर्णय

दक्षिण अफ्रीका के लिए टेम्बा बावुमा को कप्तान बनाना एक बड़ा रिस्क था। उनकी लगातार अच्छी प्रदर्शन के बावजूद, कुछ विश्लेषकों का मानना था कि उनकी बल्लेबाजी अभी भी अस्थिर है। लेकिन आज उन्होंने साबित कर दिया कि उनकी शांत नेतृत्व शैली और बल्लेबाजी दोनों टीम के लिए अहम हैं। उनका 102 रन का सैंटरी — उनका आठवां टेस्ट शतक — एक निश्चित निर्णय था। ऑस्ट्रेलिया के बैकग्राउंड एनालिस्ट ने कहा, "बावुमा ने बस बल्ला नहीं चलाया, बल्कि टीम के मन को भी जीत लिया।"

गेंदबाजी का नाटक: रबाडा और स्टार्क की लड़ाई

रबाडा का 5/51 का आंकड़ा दक्षिण अफ्रीका के लिए एक टर्निंग पॉइंट था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर को जल्दी ही नष्ट कर दिया। दूसरी ओर, मिशेल स्टार्क ने अपनी बल्लेबाजी में 59 रन बनाए और जॉश हैजलवुड के साथ 10वें विकेट के लिए 53 रन की जोड़ी बनाई — यह जोड़ी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक अंतिम आशा थी। लेकिन जब वे आखिरी विकेट गिराकर 207 रन बनाने में सफल हुए, तो उनकी टीम के लिए बहुत कुछ बाकी था।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का रास्ता: दक्षिण अफ्रीका की अद्भुत यात्रा

दक्षिण अफ्रीका ने इस चैंपियनशिप के लिए 12 मैच खेले — 8 जीत, 1 हार और 3 ड्रॉ। उनकी पॉइंट्स परसेंटेज 100% थी, जो इस टूर्नामेंट में सबसे अच्छी थी। ऑस्ट्रेलिया ने 19 मैच खेले और 228 पॉइंट्स जमा किए, लेकिन फाइनल में उनका अंतिम प्रदर्शन अपेक्षाओं से कम रहा। यह जीत दक्षिण अफ्रीका के लिए सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है।

मैच के अन्य रोचक पहलू

मैच में एक अन्य बड़ा घटना थी — स्टीव स्मिथ का उंगली का चोट। उन्होंने एक ड्रॉप कैच के बाद चोट लगाई, जिसके बाद उनकी बल्लेबाजी प्रभावित हुई। उनके 79 रन भी अच्छे थे, लेकिन उनकी अनुपस्थिति ने ऑस्ट्रेलिया के लिए दबाव बढ़ा दिया। उम्मीद है कि उनकी चोट गंभीर नहीं है।

मैच के नियंत्रण में भारतीय अधिकारी जवागल श्रीनाथ ने शानदार भूमिका निभाई। उम्मीद है कि भारत के लिए यह एक गर्व का विषय है।

अगला कदम: क्या अब दक्षिण अफ्रीका का युग शुरू हो गया?

अब दक्षिण अफ्रीका के लिए यह सवाल उठता है — क्या यह सिर्फ एक जीत है, या एक नए युग की शुरुआत? उनकी टीम में बावुमा, मार्करम, रबाडा और वियान मुल्डर जैसे खिलाड़ी हैं जो अब दुनिया के टॉप खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं। अगले दो साल में वे आईसीसी वनडे विश्व कप 2027 के लिए बहुत मजबूत हैं। अगर यह टीम अपनी इस तरह की लगन बरकरार रखती है, तो उनके लिए और भी बड़ी उपलब्धियाँ आ सकती हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

दक्षिण अफ्रीका को आखिरी बार किस ट्रॉफी का खिताब मिला था?

दक्षिण अफ्रीका को आखिरी बार 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब मिला था। उसके बाद 27 साल तक उन्हें कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं मिली। यह 2025 का विश्व टेस्ट चैंपियनशिप उनकी लंबी इंतजार की समाप्ति है।

ऐडेन मार्करम का प्रदर्शन क्यों इतना महत्वपूर्ण था?

मार्करम ने दूसरी पारी में 136 रन बनाए, जो उनके करियर का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर है। जब टीम 43/4 पर थी, तो वे अकेले ही टीम को बचाने में सफल रहे। उनकी शांत बल्लेबाजी और बड़े शॉट्स का मिश्रण ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को बेकाबू कर दिया।

ऑस्ट्रेलिया क्यों हार गई, जबकि उनकी पॉइंट्स परसेंटेज बहुत अधिक थी?

ऑस्ट्रेलिया ने टूर्नामेंट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन फाइनल में उनकी बल्लेबाजी अचानक ढह गई। उनके टॉप ऑर्डर ने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के सामने बहुत कम रन बनाए। उनके गेंदबाज भी अंतिम चरण में दबाव बनाने में असमर्थ रहे।

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड का यह मैच किस तरह अलग था?

लॉर्ड्स पर आमतौर पर बल्लेबाजों के लिए सुविधाजनक मैदान होता है, लेकिन इस बार दक्षिण अफ्रीका के लिए यह एक बड़ा चुनौती था क्योंकि वे अपनी पारी का शुरुआती हिस्सा बहुत खराब खेले। उनके द्वारा इस तरह की बड़ी वापसी करना लॉर्ड्स के इतिहास में दुर्लभ है।

क्या यह जीत दक्षिण अफ्रीका के लिए अगले टूर्नामेंट के लिए एक बड़ा बूस्ट है?

बिल्कुल। इस जीत ने टीम के आत्मविश्वास को बहुत बढ़ाया है। अगले दो साल में वे 2027 वनडे विश्व कप के लिए तैयार हो रहे हैं। अगर यह टीम अपनी इस जीत की भावना बनाए रखती है, तो वे विश्व कप में भी एक खतरनाक प्रतिद्वंद्वी बन सकते हैं।