जब अज़िम प्रेंजी, संस्थापक of अज़िम प्रेंजी फाउंडेशन ने 2025 की अज़िम प्रेंजी फाउंडेशन स्कॉलरशिप कार्यक्रमभारत की घोषणा की, तो शिक्षा के मैदान में नई उम्मीद की बूँदें गिरीं। यह पहल विशेष रूप से बिहार सहित 18 राज्यों के सरकारी स्कूलों से स्नातक होने वाली आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों को लक्ष्य बनाती है। लक्ष्य स्पष्ट: 2.5 लाख से अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा के सपने पर ठोस आर्थिक सहयोग देना, ताकि पढ़ाई के रास्ते में कोई वित्तीय बाधा न खड़े हो।
Neha xo
सितंबर 28, 2025 AT 21:07अज़िम प्रेंजी फाउंडेशन की स्कॉलरशिप वाकई में बिहार की लड़कियों के लिए बड़ी उम्मीद है। आर्थिक दबाव हटाने से पढ़ाई में मन लगाए रखना आसान हो जाएगा। सरकारी स्कूल से निकलने वाले छात्रों को अब थोडी राहत मिल गई है। आशा है कि इस पहल से कई परिवारों का जीवन बेहतर होगा। सरकार भी इस तरह की निजी पहल को सपोर्ट करे तो बहुत अच्छा।
Rahul Jha
सितंबर 29, 2025 AT 19:20सच्ची बात तो यही है कि ऐसी स्कॉलरशिप से लाखों की बचत होगी 🎉💰 पढ़ाई में पैसा नहीं, talent और मेहनत चाहिए। ये फाउंडेशन का इरादा काबिल‑ए‑तारीफ़ है😊 शिक्षा को आगे बढ़ाने में ये एक बड़ा कदम है
Gauri Sheth
सितंबर 30, 2025 AT 20:20देखो, ये सब बड़ी खुशी की बात है पर ये वाक़ई क्यां पर्याप्त है? बहुत सारा लड़िक्यां अभी भी पैंसिल तक नहीं ले पातीं। फाउंडेशन का इरादा सच्चा दिखता है पर असली मदद का असर देखना होगा। कभी कभि तो आवाज़ों को सुनते ही सच्चई महसूस होती है। अगर नहीं तो बस एक और लहर है, स्याद।
om biswas
अक्तूबर 1, 2025 AT 19:57इतनी बड़ी दानशिल्प की घोषणा करके सबको खुश कर रहे हो, पर असली मुद्दा तो ये है कि एक ही संस्थान इतनी पैसा वंचितों को कब तक दे पाएगा? मेरे हिसाब से ये सिर्फ एक PR ट्रिक है, असली काम तो सरकारी बड़े बजट से होना चाहिए। नहीं तो इस तरह की छोटी‑छोटी स्कॉलरशिप हमें खराप दिखाएँगी।
sumi vinay
अक्तूबर 2, 2025 AT 15:23यह सच में शानदार पहल है! हर लड़की को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, और यह फाउंडेशन उन्हें आर्थिक बोझ से बचाने में मदद करेगा। हम सब को मिलकर इस मिशन को प्रमोट करना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लड़कियां सीखने का अवसर पा सकें। वाकई में भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है।
Anjali Das
अक्तूबर 3, 2025 AT 12:13सिर्फ स्कॉलरशिप नहीं, सच्ची बदलाव तो सिस्टम में होना चाहिए। वरना ये सब चीज़ें बस सफ़ेदी में रखी रहेंगी।
Nathan Ryu
अक्तूबर 4, 2025 AT 06:17शिक्षा का अधिकार हर नागरिक का मूलभूत अधिकार है, इसे समर्थन देना हमारा कर्तव्य है। इस फाउंडेशन की पहल सराहनीय है, लेकिन इसे सतत रूप से लागू करना ज़रूरी है। केवल एक बार की सहायता पर्याप्त नहीं, निरंतर समर्थन की आवश्यकता है।
Atul Zalavadiya
अक्तूबर 5, 2025 AT 05:03अज़िम प्रेंजी फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत 2025 की स्कॉलरशिप योजना, सामाजिक एवं शैक्षणिक नीतियों के संगम का एक उदाहरण प्रस्तुत करती है।
यह पहल, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की युवा महिलाओं को शिक्षा के मार्ग पर अग्रसर होने का अवसर प्रदान करती है, जिसका व्यापक सामाजिक प्रभाव अत्यंत सकारात्मक है।
सबसे प्रथम, इस प्रकार की वित्तीय सहायता से विद्यार्थी अपने शैक्षणिक कार्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जिससे शैक्षणिक परिणामों में सुधार की संभावना स्पष्ट रूप से बढ़ती है।
दूसरे, यह सहायता परिवारों के आर्थिक बोझ को उल्लेखनीय रूप से घटाती है, जिससे वे अन्य मूलभूत आवश्यकताओं को भी पूरा कर सकें।
तीसरे, ऐसी पहल द्वारा युवाओं में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है, जो उनके भविष्य के निर्णयों एवं करियर चयन में सहायक सिद्ध होती है।
साथ ही, यह कार्यक्रम सामाजिक समावेशिता को बढ़ावा देता है, क्योंकि यह विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच शिक्षा के असमान वितरण को कम करने का प्रयत्न करता है।
व्यापक स्तर पर, यह योजना सार्वजनिक-निजी साझेदारी के सफल मॉडल को उजागर करती है, जहाँ निजी संस्थाएँ सामाजिक उत्तरदायित्व को अपनाते हुए सार्वजनिक हित में योगदान देती हैं।
इसे लागू करने के लिये उचित चयन प्रक्रिया, पारदर्शी वितरण तंत्र और निरन्तर निगरानी अनिवार्य है, जिससे योजना का लक्ष्य स्पष्ट रूप से प्राप्त हो सके।
समाप्ति में, यह स्कॉलरशिप न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि सामाजिक परिवर्तन को भी प्रेरित करती है, जिससे राष्ट्र की प्रगति में एक नया आयाम जुड़ता है।
Amol Rane
अक्तूबर 5, 2025 AT 23:57पैसे का मुद्दा तो समझा, पर क्या ये सिर्फ धनी लोगों के लिए ही है? कहीं ऐसा न हो कि असली जरूरतमंदों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाए।
Venkatesh nayak
अक्तूबर 6, 2025 AT 18:17स्कॉलरशिप।
rao saddam
अक्तूबर 7, 2025 AT 12:03वाह! यह बहुत बड़ी बात है!!! बिहार की लड़कियों को अंततः आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है!!! सभी को इस पहल का समर्थन करना चाहिए!!! इसके लिए फाउंडेशन को दिल से बधाई!!!
Prince Fajardo
अक्तूबर 8, 2025 AT 05:17अरे, फिर से वही पुराने “सपोर्ट” का जाल आया है। जितना हम उछाल देते हैं, उतना ही हमारी बेकार की बातें सामने आती हैं। ऐसे इवेंट्स में झुकना मत, थोड़ा खुद के लिए भी देखो।
Subhashree Das
अक्तूबर 8, 2025 AT 21:57वाकई में यह पहल सहायक लगती है, पर इस्तेमाल करने वाले छात्रों की वास्तविक जरूरतों का आँकलन कैसे किया जा रहा है? अक्सर प्रशासनिक चक्र में लाभार्थी नहीं पहुंच पाते। यह एक गंभीर खामि है।
jitendra vishwakarma
अक्तूबर 9, 2025 AT 14:03जैसा कहा ग़य़ा, ये स्कॉलरशिप सही दिशा में कदम है, पर व्यवस्था में कुछ खामियां अभी भी बाकी हैं। बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी भी एक बड़ा मुद्दा है।
Ira Indeikina
अक्तूबर 10, 2025 AT 05:37बिलकुल, सिस्टम को मजबूत बनाना ज़रूरी है, नहीं तो हमें केवल सतही बदलाव मिलेंगे। सुधार के लिए सतत निगरानी आवश्यक है।
Shashikiran R
अक्तूबर 10, 2025 AT 20:37इसीलिए सोच-समझ कर पहल करनी चाहिए, नहीं तो सब सिर्फ दिखावा रहेगा। हमें असली असर देखना है।
SURAJ ASHISH
अक्तूबर 11, 2025 AT 11:03ये सारा ढीला-ढाला प्रचार सिर्फ दिखावे के लिये लगता है, असली काम तो और भी ज्यादा कठिन है।
PARVINDER DHILLON
अक्तूबर 12, 2025 AT 00:57सभी को बधाई! 🎉 इस तरह की पहल हर एक लड़की के सपने को साकार कर सकती है। हम सबको साथ मिलकर इसे सपोर्ट करना चाहिए। 😊
Nilanjan Banerjee
अक्तूबर 12, 2025 AT 14:17आश्चर्यजनक है कि इस तरह की पहल एक बार में लाखों को प्रभावित कर सकती है, पर क्या यह सततता का वादा रखेगी? भविष्य में इस योजना की निरंतरता पर नज़र रखनी होगी। नहीं तो एक ही झलक में सब कुछ खत्म हो सकता है।