अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: गर्मियों में योग करने के 10 लाभ
21 जून, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का दसवां आयोजन मनाया जाएगा, इस वर्ष की थीम 'स्वयं और समाज के लिए योग' रखी गई है। इस दिन का उद्देश्य योग को वैश्विक स्तर पर अधिक पहचान और स्वीकृति देना है, और लाखों लोगों को इसे अपनी दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
गर्मियों में योगाभ्यास करना कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। सबसे पहले, गर्मियों में तापमान ऊँचा होता है जो मांसपेशियों को आराम देता है और स्ट्रेचिंग को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाता है। इस प्रकार आप अपनी लचीलेपन को बढ़ा सकते हैं। गर्मियों में योगाभ्यास से शरीर में रक्त संचार भी सुधरता है। विभिन्न आसनों और अनुक्रमों के माध्यम से रक्त प्रवाह को बढ़ावा मिलता है, जिससे शरीर के सभी अंगों तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुँचते हैं। इससे दिल की सेहत भी अच्छी होती है और शरीर में सूजन कम होती है।
तनाव को कम करने में सहायक
योगाभ्यास के दौरान किए जाने वाले साँस लेने के अभ्यास और ध्यान से तनाव में कमी आती है। नियमित योगाभ्यास से कॉर्टिसोल नामक तनाव हार्मोन का उत्पादन कम होता है, जिससे मानसिक स्पष्टता और शांति प्राप्त होती है। इसके अतिरिक्त, योग से आपकी मानसिक स्वास्थ्य भी सुधरती है।
योगाभ्यास से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। सक्रिय योग शैली आपके हृदय की दर को बढ़ाती है और कैलोरी जलने में मदद करती है, जिससे आपका वजन नियंत्रित रहता है। इसके अलावा, योग शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करता है। ट्विस्टिंग और कम्प्रेशन जैसे आसन आपके आंतरिक अंगों की मालिश करके विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
नींद की गुणवत्ता में सुधार
योगाभ्यास से नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है। सोने से पहले योग करने से शरीर को सोने के लिए तैयार किया जाता है और आपकी जीवनचक्रिक घड़ी को नियमित किया जाता है। अच्छी नींद आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वजन नियंत्रण के लिए सक्रिय योगाभ्यास भी सहायक होता है। विभिन्न प्रकार के सक्रिय योगासन जैसे सूर्य नमस्कार, वजन घटाने में मदद करते हैं। योगाभ्यास के दौरान पसीना निकलता है जिससे शरीर के अंदर जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और त्वचा भी स्वस्थ रहती है।
इसके अलावा, योगाभ्यास से शरीर की हाइड्रेशन के प्रति जागरूकता बढ़ती है। हाइड्रेशन शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, जैसे पाचन, तापमान नियमन, और जोड़ों का लुब्रिकेशन।
समग्र स्वास्थ्य में सुधार
समग्र रूप से, योगाभ्यास आपके जीवन में mindfulness और स्वास्थ्यवर्धक आदतों को बढ़ावा देता है। गर्मियों में योगाभ्यास के जरिए आप न केवल अपने शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी पा सकते हैं। यह दिन, जो हर साल 21 जून को मनाया जाता है, हमें याद दिलाता है कि योग की शक्ति के माध्यम से हम अपने जीवन को और समाज को बेहतर बना सकते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का यह आयोजन हमें एक वैश्विक और स्वास्थ्यवर्धक समुदाय की ओर बढ़ने की दिशा में प्रेरित करता है। योग हमारे शरीर, मन, और आत्मा को एकीकृत करने का तरीका है, जिससे हम एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
sujaya selalu jaya
जून 19, 2024 AT 20:14गर्मियों में योग करते समय हाइड्रेशन का ध्यान रखना जरूरी है।
Ranveer Tyagi
जुलाई 12, 2024 AT 03:05बिलकुल सही कहा! गर्मी में योग से मसल्स रिलैक्स होते हैं, रक्त संचार तेज़ होता है, मन की शांति मिलती है!!! इसलिए हर सुबह सूर्य नमस्कार ज़रूर करो, वर्कआउट के बाद पानी पीना मत भूलो!!!
Tejas Srivastava
अगस्त 3, 2024 AT 15:30अरे यार, गर्मी का जिकिर हो और योग की बात!! क्या बात है, दिल धड़कता है, शरीर को ठंडक मिलती है, जैसे नई ज़िन्दगी का एक नया अध्याय... बस, इस मौसम में योग का असर कोई माफ़ नहीं कर सकता!!!
JAYESH DHUMAK
अगस्त 26, 2024 AT 03:55गर्मियों में योग के अभ्यास से शारीरिक लचीलापन उल्लेखनीय रूप से बढ़ जाता है, क्योंकि उच्च तापमान मांसपेशियों को स्वाभाविक रूप से आराम प्रदान करता है।
यह अवस्था स्ट्रेचिंग को अधिक सुरक्षित बनाती है और विभिन्न आसनों को निष्पादित करने में संभावित चोटों की संभावना को घटाती है।
साथ ही, तापमान वृद्धि रक्तवाहिकाओं को विस्तार देती है, जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता है और ऑक्सीजन तथा पोषक तत्वों की आपूर्ति अधिक कुशलता से सम्पूर्ण शरीर में वितरित होती है।
उत्पन्न इस प्रवाह का प्रत्यक्ष प्रभाव हृदय के कार्य में सकारात्मक परिवर्तन लाता है, जिससे हृदय रोगों की सम्भावना न्यूनतम हो जाती है।
इसके अतिरिक्त, योग में समाहित प्राणायाम और ध्यान तकनीकें कोर्टिसोल स्तर को घटाती हैं, जो तनाव घटाने में सहायक सिद्ध होती हैं।
नियमित प्रथा के द्वारा मानसिक स्पष्टता एवं आन्तरिक शांति की अनुभूति होती है, जिससे कार्यस्थल तथा व्यक्तिगत जीवन में उत्पादकता बढ़ती है।
विस्मरणीय रूप से, सूर्य नमस्कार जैसे गतिशील अनुक्रमों से कैलोरी खर्च बढ़ता है, जिससे शरीर का वजन संतुलित रहता है और मेटाबॉलिक स्वास्थ्य को समर्थन मिलता है।
पसीना बहने के दौरान शरीर से विषाक्त पदार्थों का उत्सर्जन होता है, जो त्वचा को स्वच्छ एवं उज्ज्वल बनाता है।
जैसे-जैसे आप समग्र शारीरिक कार्यों में सुधार देखते हैं, हाइड्रेशन के प्रति जागरूकता भी स्वाभाविक रूप से विकसित होती है, जिससे पाचन एवं ताप नियमन में मदद मिलती है।
यह जागरूकता विशेषकर आयुर्वेदिक सिद्धांतों के अनुरूप है, जहाँ जल संतुलन को स्वास्थ्य का मूल आधार माना गया है।
अंततः, नियमित योग अभ्यास नींद की गुणवत्ता को भी उन्नत करता है, क्योंकि शरीर को विश्राम हेतु तैयार करने वाले तंत्र सक्रिय हो जाते हैं।
गर्मियों में शाम के समय हल्के योग सत्र करने से सर्कैडियन रिद्म को स्थिर किया जा सकता है, जिससे गहरी एवं सतत नींद प्राप्त होती है।
समग्र रूप से देखा जाए तो योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक एवं आध्यात्मिक स्वास्थ्य को भी समृद्ध करता है, जो इस बात का प्रमाण है कि इस अभ्यास को दैनिक जीवन में सम्मिलित करना अत्यावश्यक है।
इसी कारण अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व अत्यधिक है, क्योंकि यह जागरूकता फैलाने एवं लोगों को इस लाभदायक साधन से परिचित कराने का एक मंच प्रदान करता है।
अतः, इस वर्ष के थीम 'स्वयं और समाज के लिए योग' को अपनाते हुए, सभी नागरिकों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए कि वे गर्मियों में योग को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करें।
Santosh Sharma
सितंबर 17, 2024 AT 16:19गर्मियों में योग करना आपके स्वास्थ्य के लिए एक शक्ति स्रोत है; इसे नियमित रूप से अपनाने से शरीर और मन दोनों सशक्त बनते हैं। आइए हम सब इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर इस अभ्यास को अपने दैनिक जीवन में शामिल करें।
yatharth chandrakar
अक्तूबर 10, 2024 AT 04:44गर्मियों में योग के दौरान उचित जलयोजन और धीरे-धीरे श्वास अभ्यास पर ध्यान देना आवश्यक है; यह शरीर को ठंडा रखता है और सांसों को गहरा बनाता है। यदि आप शुरुआती हैं तो सूर्य नमस्कार के आसान संस्करण से शुरू कर सकते हैं।
Vrushali Prabhu
नवंबर 1, 2024 AT 17:09वाह! ग्मरमी मे योग करनें सै शरीर मे रीफ्रेशिंग फीलिंग आती है। थोड़ा ध्यन रखके पाणीय पिएँ, वरना डिहाइड्रेशन हो जायेगा।
parlan caem
नवंबर 24, 2024 AT 05:33इसे पढ़कर लगता है कि बस ब्रोशर जैसा लेख है, कोई वास्तविक आँकड़े या शोध नहीं दिखता।