
रॉमन इटालियन ओपन की समाप्ति में 22 साल के स्पेनिश टेनिस खिलाड़ी Carlos Alcaraz ने जिनिक सिनर को 7-6(5), 6-1 से मात दी। इस जीत से अल्काराज़ ने अपनी सातवीं ATP Masters 1000 ट्रॉफी जोड़ ली और सिनर की 26‑मैच जीत की स्ट्रिक को तोड़ा।
पहला सेट दोनों खिलाड़ियों ने खूब लड़ाई की, लेकिन अल्काराज़ ने देर तक बिंदु तोड़कर सेट को 7‑6(5) से जीता। दूसरे सेट में उसका खेल तेज़ था, और वह 6‑1 से जीतकर मैच को खत्म कर दिया। इस जीत से उसकी हेड‑टू‑हेड रेकॉर्ड 7‑4 शेष रह गई, जो उसे फ्रेंच ओपन में फेवरेट बना रहा है।
इटालियन ओपन जीतने से अल्काराज़ की विश्व रैंकिंग में बड़ी उछाल आई। अब वह टॉप‑5 में स्थापित होने के करीब है, जिससे अगले ग्रैंड स्लैम में उसे बियॉन्ड-ड्रॉ लिस्ट में जगह नहीं मिलेगी। फ्रेंच ओपन में उसकी संभावनाएं देखते हुए कई विश्लेषकों ने कहा कि वह इस सत्र का सबसे बड़ा दावेदार हो सकता है।
Alcaraz की जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, उसके आत्मविश्वास का भी संकेत है। पिछले साल के कई हार और चोटों के बाद, इस जीत ने दिखा दिया कि वह दबाव में भी खिलाड़ी बना रहता है। उसके कोच ने बताया कि इस जीत में फिटनेस और मानसिक तैयारी दोनों का बड़ा हाथ है।
जब हम Alcaraz की खेलने की शैली देखते हैं, तो उसकी तेज़ पैर और आक्रामक बैकहैंड सामने आती है। वह अक्सर अपने प्रतिद्वंद्वी को कोरट के पीछे धकेल देता है, जिससे उन्हें रन बनाना मुश्किल हो जाता है। यही कारण है कि कई बड़े खिलाड़ी अब उसकी तैयारी में कठिनाई महसूस कर रहे हैं।
अगर आप Alcarz की फॉलोइंग करना चाहते हैं, तो उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर तुरंत अपडेट मिलते रहते हैं। वह अक्सर अपने ट्रेनिंग सत्र और यात्रा के पलों को शेयर करता है, जिससे फैंस को करीब से उसके सफर का एहसास होता है।
इटालियन ओपन के बाद Alcaraz का अगला चुनौती Wimbledon है, जहां वह पहले ही क्लासिक ग्रास कोर्ट पर अपनी बारीकी से अभ्यास कर रहा है। वह अपने सर्व पीठ के साथ-साथ वॉल्यूम वाले सर्व का भी अभ्यास कर रहा है, ताकि तेज़ बॉल को आराम से हिट कर सके।
अंत में, Alcaraz की इस जीत का असर न सिर्फ उसके करियर पर, बल्कि भारतीय टेनिस प्रेमियों पर भी है। कई युवा खिलाड़ी अब उनके खेल से प्रेरणा लेकर खुद की ट्रेनिंग को और गंभीरता से ले रहे हैं। Alcaraz ने साबित किया है कि उम्र चाहे छोटी हो, लेकिन महँगी मेहनत से बड़ी सफलता मिलती है।