जब रविंद्र जडेजा, भारत के टेस्ट टीम के प्रमुख ऑल-राउंडर, ने अपना 11वां Player of the Match हासिल किया, तो भारतीय दर्शकों के चेहरों पर एक झलक मिली कि इतिहास खुद उनके सामने बदल रहा है। यह उपलब्धि नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में हुए भारत‑वेस्ट इंडीज़ के पहले टेस्ट के दौरान हुई, जहाँ भारत ने तीन दिन में ही 1 वीक 140 रन से जीत दर्ज की।
31 अगस्त 2024 को शुरू हुआ यह टेस्ट, दो मैचों की श्रृंखला का पहला मुकाबला था। पहले दिन भारत ने 475/7 का विशाल स्कोर बनाया, जिसमें जडेजा ने 104* unbeaten बना कर अपनी बल्लेबाज़ी की ताकत साबित की। दूसरे दिन वेस्ट इंडीज़ ने 210/9 पर दोपहर में ही एक वारंट के साथ खत्म किया, जिससे भारत को एक इनिंग की बढ़त मिली। तृतीय दिवस, जडेजा ने फिर से गेंदबाज़ी में जलवा दिखाते हुए 4/54 के आंकड़े पेश किए, जिससे विरोधी टीम को आगे चलकर 345 रन ही बनाने पड़े। इस क्रम में जडेजा का कुल योगदान 104 रन और 4 विकेट दोनों ही मोमेंट में मिलकर भारत को जीत की डिग्री तक पहुंचा गया।
जडेजा ने यह उपलब्धि सिर्फ 86 टेस्ट मैचों में हासिल की, जबकि राहुल द्रविड़ ने 163 टेस्ट में 11 बार इस सम्मान को जिया था। इस आँकड़े की कुशलता को देखते हुए कई विश्लेषकों ने कहा, "जडेजा का POTM स्ट्राइक रेट द्रविड़ से दो गुना अधिक है"। हालांकि सच्चिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट में 14 बार इस सम्मान को जीता, लेकिन जडेजा अभी भी सक्रिय खिलाड़ी हैं, इसलिए भविष्य में वे इस रिकॉर्ड को पार करने की राह पर हैं।
इन आँकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि जडेजा की efficiency सर्वोपरि है। उन्होंने 86 टेस्ट में 11 POTM के साथ औसत 7.8 टेस्ट पर एक बार यह सम्मान जीता, जबकि द्रविड़ का औसत 14.8 टेस्ट था।
क्रिकेट विश्लेषक सुनील गुप्ता ने कहा, "जडेजा की वर्तमान फॉर्म और उनकी दोहरी भूमिका (बेटिंग + बॉलिंग) को देखते हुए, वह अगले दो‑तीन वर्षों में तेंदुलकर के 14 POTM को पार कर सकते हैं।" दूसरी ओर, कई समीक्षकों ने संकेत दिया कि "जडेजा को लंबे समय तक फिट रहना होगा, क्योंकि चोटें अक्सर ऑल-राउंडर को पीछे धकेल देती हैं।"
वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट टीम के कप्तान शेन मेटॉन ने पोस्ट‑मैच इंटरव्यू में कहा, "जडेजा का प्रदर्शन वाकई में अद्भुत था, लेकिन हमें अपनी बैटिंग लाइन‑अप को मजबूत करना पड़ेगा।" भारतीय कोच रवींद्र जडेजा (नोट: यह एक टाइपो है, सही नाम रविंद्र जडेजा है) ने टीम को "लगातार दबाव बना कर रखने" की सलाह दी।
अब सवाल यह है कि जडेजा अगली बार कब POTM का खिताब जीतेंगे। अगर वह अपनी मौजूदा फॉर्म को बनाए रख पाते हैं, तो 2026 तक वे 14‑15 POTM तक पहुँच सकते हैं। इस बीच, भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने भी जडेजा के योगदान को "राष्ट्र के लिए एक अनमोल संपत्ति" कहा है और उन्हें आगे के टूर में मुख्य भूमिका देने का इरादा जताया है।
जडेजा ने अहमदाबाद के प्रथम टेस्ट में 104* बनाकर और दूसरे इनिंग में 4 विकेट ले कर टीम की जीत में सीधा योगदान दिया, जिससे उन्हें उनका 11वाँ Player of the Match मिला। यह उपलब्धि उनकी छोटी टेस्ट कैरियर में ही दोहराई नहीं गई।
विश्लेषकों का मानना है कि अगर जडेजा अपनी वर्तमान फॉर्म और फिटनेस बनाए रखेंगे, तो 2026‑2027 तक 14‑15 POTM जीत सकते हैं, जिससे वे तेंदुलकर के 14‑कौंट को पार कर सकते हैं।
द्रविड़ ने 163 टेस्ट में 11 POTM हासिल किए, जबकि जडेजा ने सिर्फ 86 टेस्ट में वही संख्या हासिल की। इस वजह से जडेजा की POTM स्ट्राइक रेट द्रविड़ से लगभग दोगुनी है, जो इस उपलब्धि को और भी मूल्यवान बनाता है।
वेस्ट इंडीज़ के कप्तान शेन मेटॉन ने कहा कि जडेजा का प्रदर्शन बेहतरीन था, परंतु उनकी टीम को बैटिंग में सुधार की जरूरत है और आगे की टेस्ट सीरीज में बेहतर तैयारी करनी होगी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने जडेजा को "राष्ट्र के लिए अनमोल संपत्ति" घोषित किया और उन्हें आने वाले टूर में मुख्य भूमिका देने का वादा किया।