1886 में न्यूयॉर्क हर्बर में खड़ी हुई स्वतंत्रता की मूर्ति केवल एक धातु की बनी हुई नहीं है — यह एक जनता की भावना है, जिसने दूसरी जनता के लिए एक संदेश भेजा था। फ्रांस की आम जनता ने अपने रुपये जुटाकर, घरों से चाय के कप, बच्चों की बचत तक देकर, एक ऐसी मूर्ति बनवाई जो अमेरिकी जनता के लिए थी — न कि ग्रोवर क्लीवलैंड के लिए, न ही अमेरिकी सरकार के लिए। यही तथ्य अब 2025 में एक बहस का केंद्र बन गया है — जब कतर के शासकों ने डोनल्ड ट्रंप की प्रशासन को $400 मिलियन का एक बोइंग 747 विमान उपहार के रूप में देने का प्रस्ताव रखा।
स्वतंत्रता की मूर्ति: जनता से जनता को
स्वतंत्रता की मूर्ति का इतिहास आज के राजनीतिक विवादों से बहुत अलग है। फ्रांस के नागरिकों ने अपने अपने पैसे जुटाए — किसानों ने अपनी फसल की कमाई से, महिलाओं ने अपने गहने बेचकर, बच्चों ने अपनी जेब का पैसा देकर। इसके लिए एक विशेष समिति बनी, जिसने फ्रांस के 180 से अधिक शहरों में एक सामूहिक अभियान चलाया। अमेरिका में भी, विमान के लिए जमीन बनाने के लिए अमेरिकी जनता ने $100,000 जुटाए, जिसका काम यूलिसिस एस ग्रांट के शासनकाल में 1877 में कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से स्वीकार किया। जमीन बेडलू के द्वीप (आज का लिबर्टी आइलैंड) थी, जो फेडरल संपत्ति थी।
1886 के 28 अक्टूबर को ग्रोवर क्लीवलैंड ने उद्घाटन के भाषण में कहा, "यह मूर्ति न केवल एक यादगार है, बल्कि एक विश्वास है — जो उन सभी के लिए है जो भाग गए हैं, जिन्हें दमन किया गया है, जिन्हें अपनी आज़ादी के लिए लड़ना पड़ा।" आज भी यह मूर्ति नेशनल पार्क सर्विस द्वारा संचालित है, और कोई भी व्यक्ति इसे देखने आ सकता है। इसकी विशेषता यह है कि इसे किसी भी राष्ट्राध्यक्ष का व्यक्तिगत संपत्ति नहीं बनाया गया।
कतर का विमान: एक राजनीतिक विवाद
इसके बिल्कुल विपरीत, कतर के प्रस्ताव के अनुसार, एक $400 मिलियन का बोइंग 747 विमान डोनल्ड ट्रंप और उनके अधिकारियों के व्यक्तिगत उपयोग के लिए होगा। इसकी आधिकारिक स्वीकृति कांग्रेस द्वारा नहीं हुई है। ट्रंप प्रशासन के अनुसार, यह विमान 2029 के 20 जनवरी के बाद ट्रंप की राष्ट्रीय पुस्तकालय में स्थानांतरित कर दिया जाएगा — लेकिन इसका स्वामित्व किसका होगा? निजी? जनता का? यह स्पष्ट नहीं है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह संविधान की एम्बोलमेंट्स क्लॉज का उल्लंघन हो सकता है — जो किसी भी फेडरल अधिकारी को विदेशी शासनों से उपहार स्वीकार करने से रोकती है, बिना कांग्रेस की अनुमति के। फ्रांस की मूर्ति के मामले में, कांग्रेस ने एक आधिकारिक कानून बनाकर स्वीकार किया था। यहां तक कि ट्रंप के दोस्त और टिप्पणीकार एन आउल्टर ने एक ट्वीट में कहा, "फ्रांस ने स्वतंत्रता की मूर्ति दी थी, तो अब कतर का विमान भी स्वीकार कर लें!" — लेकिन उन्होंने इस तुलना के अंतर को नहीं बताया।
रूबे की दीवार चित्र: एक शांत आक्रोश
इसी बहस के बीच, जुलाई 2025 में रूबे, फ्रांस के उत्तरी शहर में, एक दीवार चित्र ने दुनिया को हिला दिया। जूडिथ डी लीउव नाम की स्ट्रीट आर्टिस्ट ने स्वतंत्रता की मूर्ति को अपनी आंखें बंद किए हुए दिखाया — एक ऐसा चित्र जो कहता है: "मुक्ति अब अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी अपने लिए बनी है।"
रूबे एक ऐसा शहर है जहां टेक्सटाइल उद्योग के पतन के बाद से 1970 के दशक से आर्थिक संकट है। यहां के अधिकांश निवासी मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका और दक्षिण एशिया से आए प्रवासी हैं। डी लीउव ने फेसबुक पर लिखा, "जब आपको देखने के लिए बहुत भारी दुनिया लगती है, तो आंखें बंद कर लेना ही एकमात्र उपाय हो जाता है।"
अमेरिकी जनता की प्रतिक्रिया: बदलता मानसिकता
इस दीवार चित्र को देखकर टिम बर्चेट, टेनेसी के एक गृह निर्माण विधायक, ने ट्वीट किया: "यह दीवार चित्र मुझे बेचैन कर देता है। मेरे चाचा ने फ्रांस में अपनी जान दी थी!" — लेकिन उन्होंने नहीं बताया कि उनके चाचा ने दूसरे विश्व युद्ध में फ्रांस की आज़ादी के लिए लड़ा था, जिसकी याद अभी भी फ्रांस में जिंदा है।
गैलप पोल के अनुसार, 2025 में अमेरिकी जनता का 65% यह मानता है कि प्रवासन एक "अच्छी बात" है, जबकि केवल 32% इसे खतरा मानते हैं। यह ट्रंप के 2015 के चुनावी वादों के विपरीत है, जहां वे बड़े पैमाने पर प्रवासियों को भेजने का आह्वान करते थे। अब जनता का दिल उन लोगों की ओर है जो आज़ादी की तलाश में आए हैं — न कि उन लोगों की ओर जो उन्हें भगाना चाहते हैं।
स्वतंत्रता का संदेश: अब क्या है?
स्वतंत्रता की मूर्ति कभी एक शासक की नहीं, बल्कि एक जनता की थी। आज यह दुनिया के दूसरे कोने में एक विमान के साथ तुलना करने का प्रयास उस संदेश को विकृत कर रहा है। क्या हम एक विमान को उपहार के रूप में स्वीकार कर सकते हैं, जबकि वह विमान एक व्यक्ति के लिए है? क्या हम उस स्वतंत्रता को भूल गए हैं जिसे फ्रांस ने 140 साल पहले दिया था?
जब आप स्वतंत्रता की मूर्ति को देखते हैं, तो आप एक व्यक्ति को नहीं देखते — आप एक जनता को देखते हैं। और आज, जब एक शासक एक विदेशी शासन से व्यक्तिगत लाभ लेने की ओर बढ़ रहा है, तो यह मूर्ति उसकी आंखों को बंद कर रही है — न कि उसकी बल्कि हमारी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
स्वतंत्रता की मूर्ति किसने और कैसे दी?
फ्रांस की आम जनता ने 1870 के दशक में निजी योगदान से इसका निर्माण किया। अमेरिकी जनता ने प्लेटफॉर्म के लिए पैसा जुटाया। कांग्रेस ने 1877 में आधिकारिक रूप से स्वीकार किया, और यह नेशनल पार्क सर्विस द्वारा संचालित एक सार्वजनिक स्मारक है।
कतर का $400 मिलियन विमान क्यों विवादित है?
इस विमान की आधिकारिक स्वीकृति कांग्रेस द्वारा नहीं हुई है, और इसका उपयोग मुख्य रूप से ट्रंप और उनके अधिकारियों के लिए होगा। संविधान की एम्बोलमेंट्स क्लॉज के अनुसार, विदेशी शासनों से बिना कांग्रेस की अनुमति के उपहार स्वीकार करना अवैध है।
रूबे की दीवार चित्र क्यों विवादित है?
इस चित्र में स्वतंत्रता की मूर्ति को अपनी आंखें बंद करते हुए दिखाया गया है — जो ट्रंप की प्रवासी नीतियों की आलोचना करता है। यह फ्रांस के एक गरीब शहर में बना है, जहां बहुत से प्रवासी रहते हैं, और इसने अमेरिकी राजनेताओं को नाराज किया है।
अमेरिकी जनता की आज की राय प्रवासन के बारे में क्या है?
गैलप पोल के अनुसार, 2025 में 65% अमेरिकी प्रवासन को एक अच्छी बात मानते हैं, जबकि केवल 32% इसे खतरा मानते हैं। यह ट्रंप के 2015 के वादों के विपरीत है, जिसमें उन्होंने बड़े पैमाने पर प्रवासियों को भेजने का आह्वान किया था।
क्या फ्रांस की मूर्ति को वापस करने की बात तर्कसंगत है?
नहीं। फ्रांस ने इसे अमेरिकी जनता के लिए दिया था, और यह आज भी सार्वजनिक है। कतर का विमान एक व्यक्तिगत लाभ है, जिसका स्वामित्व अस्पष्ट है। दोनों की तुलना अर्थहीन है — एक जनता का संदेश, दूसरा शासक का लाभ।
कांग्रेस की भूमिका क्या है इन दोनों मामलों में?
1877 में कांग्रेस ने एक कानून बनाकर स्वतंत्रता की मूर्ति को स्वीकार किया। कतर के विमान के लिए ऐसा कोई कानून नहीं हुआ है। संविधान के अनुसार, विदेशी उपहार के लिए कांग्रेस की स्वीकृति अनिवार्य है — और वह अभी तक नहीं हुई है।