मुंबई के अटल सेतु पर दरारें: कांग्रेस का आरोप और सच्चाई का खुलासा

जून, 22 2024

मुंबई के अटल सेतु पर दरारों के दावे का फैक्ट चेक

मुंबई के प्रतिष्ठित अटल सेतु को लेकर सोशल मीडिया पर हाल ही में एक गलत दावा तेजी से फैल रहा है। आरोप है कि इस पुल में दरारें आ गई हैं, जो इसके निर्माण में भ्रष्टाचार का संकेत देती हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में दशकों से प्रतीक्षित इस पुल की तस्वीरें साझा करते हुए इन दरारों का हवाला दिया और इसे मोदी सरकार द्वारा भ्रष्टाचार से जोड़ा।

कांग्रेस के आरोप

महाराष्ट्र कांग्रेस द्वारा उठाए गए इन आरोपों का सिलसिला यहीं नहीं रुका। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अटल सेतु की कुल लागत, जो कि 18,000 करोड़ रुपये है, उसमें गंभीर रूप से भ्रष्टाचार हुआ है। ये आरोप कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर साझा तस्वीरों और वीडियोज के माध्यम से लगाए गए। नाना पटोले ने अपने पोस्ट में कहा कि इन दरारों का कारण यही भ्रष्टाचार है और इसे जनता के सामने लाने की जरूरत है।

इंडिया टीवी की फैक्ट चेकिंग

इस मामले की गंभीरता को समझते हुए, इंडिया टीवी ने इस लोकप्रियता हासिल करते दावे की गहन पड़ताल की। पड़ताल के दौरान यह पता चला कि कांग्रेस द्वारा साझा की गई तस्वीरें और वीडियोज वास्तव में झूठे हैं। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक में खुलासा हुआ कि अटल सेतु पर इस प्रकार की कोई दरारें नहीं हैं।

एमएमआरडीए का स्पष्टीकरण

मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) ने भी इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। एमएमआरडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अटल सेतु पर किसी प्रकार की कोई दरार नहीं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन तस्वीरों का उपयोग किया गया है, उनमें दिखाई गई दरारें वास्तव में सेवा लेन पर हैं जो अटल सेतु को उरान और मुंबई से जोड़ती है।

कैलाश गणात्रा का बयान

मुंबई ट्रांस-हार्बर लिंक (एमटीएचएल) परियोजना के प्रमुख कैलाश गणात्रा ने भी इस विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 20 जून, 2024 को किए गए निरीक्षण के दौरान सेवा लेन के किनारों पर सड़क की सतह पर कुछ छोटी दरारें दिखाई दीं। इन दरारों की मरम्मत तुरंत शुरू कर दी गई है और 24 घंटे के भीतर इसे ठीक कर लिया जाएगा।

इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि कोई गंभीर संरचनात्मक समस्या नहीं है और जो दरारें देखी गईं थीं, वे पुल की मुख्य संरचना पर नहीं थीं। यह भी साफ हुआ कि कांग्रेस द्वारा शेयर की गई तस्वीरें और वीडियोज विशुद्ध रूप से भ्रामक और गलत हैं।

भ्रष्टाचार के आरोपों पर चर्चा

हालांकि, नाना पटोले और कांग्रेस का आरोप गंभीर हैं और इसने लोगों के बीच बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस द्वारा उठाए गए इन आरोपों की वजह से इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा होने लगी है। हालांकि, मोदी सरकार और मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इसे पूरी तरह से नकारते हुए अवलोकन की बात कही है।

सेतु की मरम्मत और सुरक्षा की पहल

अटल सेतु और इसके साथ जुड़ी सेवा लेन की मरम्मत के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित कदम उठाए गए हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति न हो, सड़क की सतह और संरचना की नियमित निगरानी की जा रही है। इस बार के निरीक्षण में भी जो दरारें पाई गईं, उनकी मरम्मत त्वरित रूप से की गई है।

जनता का भरोसा और सच्चाई

नाना पटोले और कांग्रेस द्वारा लगाए गए इन आरोपों के बाद लोगों में संशय की स्थिति पैदा हो गई थी, लेकिन इंडिया टीवी द्वारा की गई फैक्ट चेकिंग और एमएमआरडीए द्वारा दी गई स्पष्टता के बाद यह स्पष्टीकरण सामने आया है कि इन आरोपों में कोई दम नहीं है। ऐसे झूठे दावों से जनता में भ्रम फैलता है, इसलिए इसे गंभीरता से लेते हुए सही जानकारी प्रदान करना आवश्यक है।

अंत में, अटल सेतु एक महत्वपूर्ण संरचना है जो मुंबई की कनेक्टिविटी को मजबूत करती है। इसके सुरक्षा और संरचनात्मक स्थायित्व की जिम्मेदारी सम्बंधित अधिकारियों पर है, जो इसे सुनिश्चित करने के लिए निरंतर मेहनत कर रहे हैं। जनता को भी चाहिए कि वे झूठे दावों से प्रभावित न होकर सही जानकारी पर विश्वास करें।