इटालियन ओपन में कार्लोस अल्काराज़ ने जैनिक सिनर को हराकर पहला खिताब जीत लिया

सित॰, 26 2025

रोम में इटालियन ओपन का रोमांचक फाइनल

रोम के फोरो इटालिको में पिछले हफ़्ते टेनिस प्रेमियों ने एक यादगार मुकाबला देखा। 22‑साल के कार्लोस अल्काराज़ ने विश्व नंबर वन जैनिक सिनर को 7‑6(5), 6‑1 से मात देकर अपना पहला इटालियन ओपन खिताब सुरक्षित किया। सेट‑बाय‑सेट खेल ने दिखाया कि अल्काराज़ सिर्फ फिजिकल टालेंट ही नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता भी रखता है।

पहला सेट बहुत कड़ा रहा। दोनों खिलाड़ी सर्विस पर भरोसा कर रहे थे और कई ड्यूसेस हुए। सिनर ने दो बार सेट पॉइंट भी बना लिए, पर अल्काराज़ ने दो बार बचाव किया और अंत में टाई‑ब्रेक में 7‑5 से जीत हासिल की। इस मोमेंट ने अल्काराज़ की आत्मविश्वास को बढ़ाया और दूसरे सेट में उसका पैर पसारा।

सिनर की वापसी और अल्काराज़ की निरंतर जीत

सिनर की वापसी और अल्काराज़ की निरंतर जीत

सिनर इस टूर्नामेंट में तीन महीने की डोपिंग सस्पेंशन के बाद पहली बार वापस आया था। वह घर की भीड़ के बीच फाइनल तक पहुंचा, लेकिन अल्काराज़ की लगातार बढ़त ने उसे रोक दिया। इस जीत से अल्काराज़ ने अपना सातवाँ Masters 1000 टाइटल और 19वाँ टूर‑लेवल ट्रॉफी जोड़ा, जिससे वह 2000‑के दशक में जन्मे खिलाड़ियों में टाइटल की बात में सिनर के बराबर हो गया।

हाइ‍ड‑टू‑हेड रिकॉर्ड अब 7‑4 अल्काराज़ के पक्ष में है, और वह पिछले साल से ही सिनर को लगातार चार बार हरा चुका है। यह दुविधा दर्शाती है कि अल्काराज़ न सिर्फ टॉप‑रैंक वाले खिलाड़ियों को चुनौती देता है बल्कि लगातार जीत भी पाता है। उसकी फ़ॉर्म इस जीत के बाद और भी स्पष्ट हो गई, आगे आने वाले रोलैंड गारोस (फ्रेंच ओपन) में वह अपनी डिफेंशन को बनाए रखने का लक्ष्य रखेगा।

सिनर ने अपनी वापसी में फाइनल तक पहुंच कर खुद को साबित किया, लेकिन अल्काराज़ के सामने वह अभी तक उस स्तर तक नहीं पहुंच पाया जहाँ वह लगातार जीत सुनिश्चित कर सके। दोनों खिलाड़ियों की अगली मुलाक़ातें टीएनपी (टेनिस) कैलेंडर में निश्चित रूप से बड़े आकर्षण के साथ देखी जाएँगी।