
धर्म और संस्कृति इंसान की पहचान हैं और हरियाणा की माटी में ये दोनों गहरे उतरे हुए हैं। अगर आप समझना चाहते हैं कि हमारे प्रदेश में कौन-कौन से धार्मिक त्यौहार और संस्कार मनाए जाते हैं, तो यह सेक्शन आपके लिए बना है। यहां आपको प्रमुख त्योहारों की तिथियां, उनके पीछे की कहानियां और उनका सांस्कृतिक महत्त्व सरल भाषा में मिलेगा।
जैसे जन्माष्टमी हो या महावीर जयंती, हर त्योहार की तिथि बदलती रहती है, इसलिए सही दिन का पता होना जरूरी है। उदाहरण के लिए, जन्माष्टमी 26 अगस्त 2024 को आएगी और अगले दिन दही हांडी का उत्सव मनाया जाएगा। यह जानना आपको अपने परिवार के साथ त्योहारों को सही तरीके से मनाने में मदद करेगा। गोवर्धन पूजा, जो दिवाली के अगले दिन होती है, 2 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। इसे भगवान कृष्ण की विजय के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।
हर त्यौहार का एक गहरा संदेश होता है। महावीर जयंती, जो अहिंसा और सत्य के आदर्शों को याद करती है, सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि आज के जमाने में भी हमारे लिए प्रेरणा है। ठीक वैसे ही, मुहर्रम का दिन शोक और त्याग की याद दिलाता है, जो इतिहास की महत्वपूर्ण घटना से जुड़ा है। इन आयोजनों से न केवल हमारा धार्मिक ज्ञान बढ़ता है बल्कि हम अपनी सांस्कृतिक जड़ों से भी जुड़े रहते हैं।
इस पेज पर आपको हरियाणा से लेकर भारत के अन्य क्षेत्रों के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की ताज़ा जानकारी मिलेगी। त्योहारों के शुभ मुहूर्त, पूजा-साधना के तरीके, और उनकी प्रासंगिकता को आसान शब्दों में यहाँ समझाया गया है। तो अगली बार जब आप कोई पर्व मनाएँ, तो यहाँ से सही जानकारी लेकर उत्सव का आनंद दोगुना कर सकते हैं।