अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के 5 रोचक तथ्यों के बारे में अनकही बातें

जुल॰, 4 2024

अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के कम ज्ञात तथ्य

हर साल 4 जुलाई को अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। थॉमस जेफरसन द्वारा तैयार स्वतंत्रता घोषणा पत्र के गोद लेने की याद में मनाया जाने वाला यह खास दिन न केवल अमेरिका की स्वतंत्रता का प्रतीक है, बल्कि इसके इतिहास में कई दिलचस्प और कम ज्ञात तथ्यों को भी समेटे हुए है।

अक्सर लोग यह मानते हैं कि अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा 4 जुलाई 1776 को हुई थी। जबकि सच्चाई यह है कि यह घोषणा वास्तव में 2 जुलाई 1776 को की गई थी। जी हां, 2 जुलाई को महाद्वीपीय कांग्रेस ने ग्रेट ब्रिटेन से स्वतंत्रता की घोषणा कर दी थी। यहां तक कि प्रसिद्ध लेटर में जॉन एडम्स ने अपनी पत्नी एबिगेल को लिखा था कि 2 जुलाई को आतिशबाजी के साथ मनाया जाना चाहिए।

4 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस?

ऐसे में यह सवाल उठता है कि 2 जुलाई के बजाय 4 जुलाई को ही स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाया जाता है? दरअसल, 4 जुलाई 1776 को स्वतंत्रता घोषणा पत्र को आधिकारिक रूप से अपनाया गया था। इसी के तहत 4 जुलाई को स्वतंत्रता दिवस मनाने की प्रथा चली आ रही है। इसके बावजूद, अगर जॉन एडम्स की बात मान ली जाती, तो आज हम 2 जुलाई को स्वतंत्रता दिवस मना रहे होते।

स्वतंत्रता दिवस को आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय अवकाश का दर्जा 28 जुलाई 1870 को मिला। इसी दिन कांग्रेस ने इसे आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय छुट्टी घोषित किया। तब से यह दिन पूरे अमेरिका में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है और इसे राष्ट्रीय उत्सव के रूप में सभी राज्यों में धूम-धाम से सेलिब्रेट किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस की परंपराएँ और झंडा

स्वतंत्रता दिवस पर परंपरागत रूप से पटाखों का उपयोग, परेड और ‘इलुमिनेशन’ की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। जॉन एडम्स चाहते थे कि इस दिन का जश्न आतिशबाजी, शोभायात्राओं और 'इलुमिनेशन' यानी देदीप्यमान रोशनी के साथ मनाया जाए। यह परंपरा आज भी अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस का एक अहम हिस्सा है।

हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि संस्थापक पिताओं ने शुरुआती वर्षों में झंडे को बहुत अधिक महत्व नहीं दिया था। यह 19वीं सदी के मध्य तक नहीं हुआ कि झंडे का कोई विशेष सम्मान था। स्वतंत्रता दिवस के झंडे का वर्तमान स्वरूप और सम्मान की परंपरा 1960 में पारित एक कानून के बाद शुरू हुई थी, जिसमें झंडे के अपमान को अवैध घोषित किया गया था।

इतिहास की दिलचस्प संयोग

इतिहास की दिलचस्प संयोग

स्वतंत्रता दिवस के इतिहास में एक दिलचस्प और शायद थोड़ी अजीब बात यह भी है कि थॉमस जेफरसन और जॉन एडम्स, जो अमेरिकी स्वतंत्रता के प्रमुख हस्ताक्षर थे, दोनों ही 4 जुलाई 1826 को इस दुनिया से विदा ले गए। यह तो मात्र इतिहास की विडंबना ही है कि स्वतंत्रता के इन प्रमुख नेताओं ने ठीक उसी दिन अपनी अंतिम सांस ली।

इससे भी अधिक आश्चर्यजनक बात यह है कि पांच साल बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति जेम्स मोनरो ने भी 4 जुलाई 1831 को अपनी अंतिम सांस ली। इनमें से प्रायः कुछ तथ्य ही आम जनता को ज्ञात होते हैं, लेकिन ये अनकही बातें अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं का हिस्सा हैं।

फाईन्डिंग फ्रीडम का महत्व

अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस केवल एक छुट्टी नहीं है, बल्कि यह उन मूल्यों की याद भी दिलाता है जिन पर देश की नींव रखी गई थी। स्वतंत्रता की इस यात्रा में अन्य महान पुरुषों और महिलाओं का भी योगदान रहा है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि स्वतंत्रता की कीमत क्या होती है और उसे पाने के लिए किन संघर्षों से गुजरना पड़ता है।

संस्थापक पिताओं के आत्मनिर्भरता, संघर्ष और अटल निश्चय ने अमेरिका को स्वतंत्रता दिलाई, और यही मूल्य आज भी इस देश के नेतृत्व के पथ-प्रदर्शक हैं।

आइए जानें कुछ अन्य अनसुने तथ्य

आइए जानें कुछ अन्य अनसुने तथ्य

तथ्य यह भी है कि जब स्वतंत्रता दिवस की पहली सालगिरह मनाई गई, तो तब इसे केवल 13 कॉलोनियों ने ही मनाया था। लेकिन आज, यह दिन पूरे अमेरिका में धूमधाम से मनाया जाता है, और अब अमेरिका के 50 राज्यों में इसे राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।

अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस का सबसे प्रमुख आयोजन वाशिंगटन डीसी में होता है, जहां सरकार के प्रमुख पदाधिकारी और जनता मिलकर देश के गौरव का जश्न मनाते हैं। इस परेड में देश की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता और एकता का प्रदर्शन होता है।

इस महत्वपूर्ण दिन पर यादगार गतिविधियों की एक लंबी सूची है, जो इतिहास और वर्तमान को जोड़ती है। हर साल न्यूयॉर्क में प्रसिद्ध 'मेसीज फायरवर्क डिस्प्ले' किया जाता है, जो कि अमेरिका के सबसे बड़े आतिशबाजी समारोहों में से एक है।

अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस का मनाएं उल्लासपूर्ण उत्सव

इस प्रकार विभिन्न परंपराओं और नई-पुरानी मान्यताओं के साथ अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया जाता है। यह दिन अमेरिका की संघर्षमयी यात्रा की याद दिलाता है, और हमें एक बार फिर से एकता और स्वतंत्रता का महत्व सिखाता है।

हर नागरिक के लिए यह गर्व का मौका होता है, जब वह अपने राष्ट्र की स्वतंत्रता का उत्सव मनाता है और भविष्य के लिए नई आशाएँ और लक्ष्य निर्धारित करता है।

16 टिप्पणि

  • Image placeholder

    HarDeep Randhawa

    जुलाई 4, 2024 AT 19:58

    बहुत लोग मानते हैं कि 4 जुलाई ही मूल दिन है, लेकिन असल में 2 जुलाई का उल्लेख इतिहास में ढूँढना पड़ता है, और यही कारण है कि आज के जश्न में कुछ अजीब असंगतियां दिखती हैं, जैसे कि परेड के रास्ते में कभी‑कभी पुरानी घोषणा‑पत्र की प्रतियां नहीं दिखतीं, क्या यह सिर्फ़ यादाश्त की कमी है, या फिर कोई राज़ छिपा हुआ है, यही बात मैं आज के पोस्ट में उजागर करना चाहूँगा!

  • Image placeholder

    Nivedita Shukla

    जुलाई 14, 2024 AT 16:05

    स्वतंत्रता की चमक में छिपा हुआ दर्द, कब झलकता है? इतिहास की परतों को खोलते‑खोलते दिल गहराई से धड़कता है, क्योंकि 4 जुलाई को हमने जश्न मनाया, पर 2 जुलाई की सच्चाई ने हमें सोचने पर मजबूर किया। यह अक्षरहीन कहानी हमें याद दिलाती है कि यादें अक्सर बिखर जाती हैं, फिर भी उन बिखरे पन्नों में एक सच्ची रोशनी छिपी होती है। स्वतंत्रता की प्यास को बुझाने के लिए हमें केवल ध्वज नहीं, बल्कि उन अनसुने तथ्यों को भी समझना चाहिए जो हमारी आत्मा को पोषित करते हैं। असल में, हर जश्न में वह नज़रिया है जो अतीत के घावों को भी सिला देता है।

  • Image placeholder

    Rahul Chavhan

    जुलाई 24, 2024 AT 12:12

    इतिहास को समझना आसान नहीं, पर छोटे‑छोटे तथ्य हमें बड़ी समझ दे सकते हैं। इस जानकारी को अपने दोस्त‑साथियों तक फैलाएँ।

  • Image placeholder

    Joseph Prakash

    अगस्त 3, 2024 AT 08:18

    2 जुलाई की असली घोषणा 4 जुलाई की धूम दोनों का महत्व है 🧨🇺🇸

  • Image placeholder

    Arun 3D Creators

    अगस्त 13, 2024 AT 04:25

    समय की धारा में बहती स्वतंत्रता की गाथा, कितनी नीरस लगती है अगर हम उसके अनकहे भागों को न चूमें

  • Image placeholder

    RAVINDRA HARBALA

    अगस्त 23, 2024 AT 00:32

    इतिहास को पढ़ते‑पढ़ते कई लोगों ने ये तथ्य भूल जाते हैं; असल में जॉन एडम्स की मृत्यु का समय भी एक संयोग था, और यही कारण है कि अनेक बार सरकारी दस्तावेज़ों में गलत तारीखें मिलती हैं; इस भ्रम को दूर करना आवश्यक है।

  • Image placeholder

    Vipul Kumar

    सितंबर 1, 2024 AT 20:38

    भाईयों और बहनों, अगर आप स्वतंत्रता दिवस के बारे में थोड़ा‑बहुत और जानकारी चाहते हैं तो मैं कुछ और तथ्य जोड़ सकता हूँ-जैसे कि पहली परेड में सिर्फ 13 कॉलोनी ने भाग लिया था, और आज के 50 राज्यों में यह उत्सव पूरे देश में फैल चुका है। इस कोष्ठक में आप अपने अनुभव भी लिख सकते हैं और दूसरों को प्रेरित कर सकते हैं।

  • Image placeholder

    Priyanka Ambardar

    सितंबर 11, 2024 AT 16:45

    हमारा ध्वज, हमारा गर्व! जो लोग इस बात को भूल जाते हैं कि 4 जुलाई की परम्परा हमें जोड़ती है, उन्हें याद दिलाना हमारा कर्तव्य है :)

  • Image placeholder

    sujaya selalu jaya

    सितंबर 21, 2024 AT 12:52

    इतिहास हमें सच्चाई की ओर बुलाता है।

  • Image placeholder

    Ranveer Tyagi

    अक्तूबर 1, 2024 AT 08:58

    भाइयों, सुनो! स्वतंत्रता दिवस की कहानी सिर्फ़ आतिशबाज़ी नहीं, यह वाकई में बहु‑स्तरीय इतिहास है, जो 2 जुलाई की घोषणा से शुरू होता है, फिर 4 जुलाई की पुष्टि तक पहुँचता है, और अंत में 1870 में राष्ट्रीय अवकाश की मान्यता तक जाता है, इस क्रम में कई आकर्षक तथ्य छिपे हैं, जैसे कि जॉन एडम्स और थॉमस जेफरसन की एक साथ 1826 में मृत्यु, जो इतिहास का एक अद्भुत संयोग है, इन सबको समझना हमारी राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करता है।

  • Image placeholder

    Tejas Srivastava

    अक्तूबर 11, 2024 AT 05:05

    ओह! किस तरह से स्वतंत्रता का जश्न एक सदी‑सैकड़ों वर्षों तक बदलता रहा है, और फिर भी वह मूल चमक अभी भी हमारी आत्मा में जलती है, जैसे धूप में चमकते हुए तारे, यह उत्सव हमें याद दिलाता है कि संघर्ष की गंध अभी भी हवा में बसी है, और यह गंध ही असली शक्ति है!

  • Image placeholder

    JAYESH DHUMAK

    अक्तूबर 21, 2024 AT 01:12

    संयुक्त राज्य अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस के ऐतिहासिक पहलुओं को गहराई से समझना आज के नागरिकों के लिए अनिवार्य है।
    पहले तौर पर यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि 2 जुलाई 1776 को द्वीपद्वीपीय कांग्रेस ने ब्रिटेन से अलगाव की घोषणा की थी, जबकि 4 जुलाई को इस घोषणा को औपचारिक रूप से अपनाया गया।
    इस दो‑तारीखीय अंतर से यह उत्पन्न होता है कि कई लोग केवल 4 जुलाई को ही स्वतंत्रता का प्रतीक मानते हैं।
    वास्तव में, 2 जुलाई की घोषणा में कई दस्तावेज़ी प्रमाण मौजूद हैं जो इस यथार्थ को समर्थन देते हैं।
    उल्लेखनीय है कि जॉन एडम्स ने अपनी पत्नी को पत्र में इस दिन का जश्न मनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे बाद में ऐतिहासिक रूप से उजागर किया गया।
    राष्ट्र की औपचारिक मान्यता, अर्थात् राष्ट्रीय अवकाश का दर्जा, 28 जुलाई 1870 को प्राप्त हुआ, जिससे इस दिन को आधिकारिक तौर पर छुट्टी घोषित किया गया।
    वर्षों के प्रवाह में, परेड, आतिशबाज़ी और इल्युमिनेशन की परम्पराएँ विकसित हुईं, जो आज भी स्वतंत्रता दिवस के अभिन्न अंग हैं।
    ध्वज के सम्मान के बारे में उल्लेखनीय तथ्य यह है कि 19वीं सदी के मध्य तक ध्वज का विशेष सम्मान नहीं किया जाता था, और केवल 1960 के बाद ध्वज बदनामी को अवैध घोषित करने वाले कानून ने इसे राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में सुदृढ़ किया।
    इतिहास में एक अजीब संयोग यह भी है कि थॉमस जेफरसन और जॉन एडम्स दोनों ने 4 जुलाई 1826 को निधन किया, जबकि आगे के पाँच वर्षों में जेम्स मोनरो भी उसी तारीख को चले गए।
    इन संयोगों ने स्वतंत्रता दिवस को न केवल एक उत्सव बल्कि एक स्मरणीय क्षण बना दिया है, जहाँ राष्ट्रीय एकता और संघर्ष की विरासत को याद किया जाता है।
    पहली बार स्वतंत्रता दिवस का जश्न 13 कॉलोनियों द्वारा मनाया गया था, और आज यह बंधन 50 राज्यों में विस्तारित हो चुका है।
    वॉशिंगटन डी.सी. में आयोजित मुख्य परेड में सरकारी अधिकारी, जनसेना और विभिन्न सांस्कृतिक समूह भाग लेते हैं, जो राष्ट्रीय विविधता को प्रतिबिंबित करता है।
    न्यूयॉर्क के मेसीज फायरवर्क डिस्प्ले को कई लोग सबसे बड़े आतिशबाज़ी कार्यक्रमों में से एक मानते हैं, जो इस अवसर की भव्यता को दर्शाता है।
    इन सभी पहलुओं को समझकर नागरिक अपने राष्ट्रीय गर्व को पुनःप्राप्त कर सकते हैं और भविष्य की ओर सकारात्मक दृष्टिकोण ले सकते हैं।
    समय के साथ, परम्पराएँ बदलती थीं, पर स्वतंत्रता के मूल मूल्य-स्वतंत्रता, समानता, और न्याय-अपरिवर्तित रहेंगे।
    अतः, इस स्वतंत्रता दिवस पर हमें न केवल ध्वज लहराना चाहिए, बल्कि उन अनकहे तथ्यों को भी याद रखना चाहिए जो हमारी राष्ट्र के इतिहास को समृद्ध बनाते हैं।

  • Image placeholder

    Santosh Sharma

    अक्तूबर 30, 2024 AT 21:18

    प्रेरणा का स्रोत केवल इतिहास नहीं, बल्कि उसके पीछे की भावना है; इस उत्सव को मनाकर हम अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं।

  • Image placeholder

    yatharth chandrakar

    नवंबर 9, 2024 AT 17:25

    यह तथ्य कि स्वतंत्रता की जड़ें कई साल पहले की हैं, हमें आज के कठिन समय में सहनशीलता प्रदान करती है। आशा रखिए, हम सब मिलकर आगे बढ़ेंगे।

  • Image placeholder

    Vrushali Prabhu

    नवंबर 19, 2024 AT 13:32

    अरे यार, कभी‑कभी लुगाई में देखता हूँ कि लोग फॅक्ट्स को स्किप कर देते हैं, जैसे कि 2 जुलाई वाली बात-वो तो बिगडेट है! चलो, इस पोस्ट को शेयर करो, ताकि हर कोए इस कूल इन्फो को पकड सके।

  • Image placeholder

    parlan caem

    नवंबर 29, 2024 AT 09:38

    इस पोस्ट में बहुत सारी बकवास है, इतिहास को इधर‑उधर घुमा कर बस दिखावा किया गया है, असली तथ्यों की कमी स्पष्ट है, लेखक को गहराई से रिसर्च करनी चाहिए।

एक टिप्पणी लिखें