मई नरेंद्र मोदी के 3.0 कैबिनेट में राजीव चंद्रशेखर, स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर नहीं शामिल

जून, 10 2024

मोदी 3.0: कैबिनेट का नया स्वरूप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नए कैबिनेट का गठन कर राजनीतिक पटल पर एक नया अध्याय जोड़ दिया है। यह नया कैबिनेट, जिसे मोदी 3.0 कहा जा रहा है, ने राजनीति के गलियारों में खलबली मचा दी है। इस बार कुल 71 मंत्रियों ने राष्ट्रपति भवन में शपथ ली, जिसमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री, और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं। इस नई कैबिनेट में पार्टियों और राज्यों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की गई है।

मोदी सरकार के इस नए कैबिनेट में विशेष रूप से कुछ दिग्गजों की अनुपस्थिति ने सबका ध्यान आकर्षित किया है। इनमें राजीव चंद्रशेखर, स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर प्रमुख हैं।

राजीव चंद्रशेखर की अनुपस्थिति: रणनीतिक दृष्टिकोण

राजीव चंद्रशेखर, जो पिछली सरकार में मंत्री थे और राज्यसभा सदस्य भी थे, इस बार कैबिनेट का हिस्सा नहीं बने हैं। राजीव चंद्रशेखर की हार ने बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका दिया है। उन्होंने कांग्रेस नेता शशि थरूर से हार का सामना किया। यह संभव है कि पार्टी उन्हें फिर से संगठित करने के लिए कुछ नया भूमिका दे सकती है।

स्मृति ईरानी का पराजय: नया अध्याय

स्मृति ईरानी की स्थिति ने भी बहुत से लोगों को चौंका दिया। उन्होंने पिछले दो मोदी सरकारों में विभिन्न मंत्रालयों का नेतृत्व किया था लेकिन इस बार वे कैबिनेट में नहीं हैं। अमेठी से कांग्रेस प्रत्याशी के एल शर्मा से हारने के बाद उनकी राजनीतिक धारा में नए मोड़ की संभावना है। उनकी लंबाई वाली यात्रा और पिछले कार्यकाल में किये गए उनके कार्य शायद पार्टी की नई योजनाओं में फिट नहीं बैठते।

अनुराग ठाकुर की अनुपस्थिति: चौंकाने वाली स्थिति

हिमाचल प्रदेश से चुनाव जीतने के बावजूद अनुराग ठाकुर को भी इस बार कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है। उनकी अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े किए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि पार्टी ने एक नई दिशा में ध्यान केंद्रित किया है। यह देखना बाकी है कि अनुराग ठाकुर की राजनीतिक यात्रा का अगला कदम क्या होगा।

रवनीत सिंह बिट्टू: एक नया चेहरा

रवनीत सिंह बिट्टू: एक नया चेहरा

रवनीत सिंह बिट्टू, जो कांग्रेस से बीजेपी में आए थे और लुधियाना से हार गए थे, को नई कैबिनेट में शामिल किया गया है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो बताता है कि बीजेपी में नए चेहरों को प्रमोट करने की रणनीति अपनाई जा रही है।

नये कैबिनेट का गठन कई दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है। एक तरफ, यह दर्शाता है कि पार्टी कैसे अपनी रणनीतियों को बदल रही है और नए लोगों को मौका दे रही है। दूसरी तरफ, यह उन प्रयासों को भी उजागर करता है जो पार्टी कर रही है ताकि वे उन इलाकों में अधिक प्रभाव डाल सकें जहां उन्होंने हार का सामना किया है।

इसमें कोई शक नहीं कि मोदी 3.0 कैबिनेट का गठन एक नया अध्याय है, जिसमें भारत की राजनीति में नए दलों, चेहरों और रणनीतियों का समावेश होगा।