भारत की अग्रणी बिजली कंपनी NTPC लिमिटेड की सहायक इकाई, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड अपने IPO की शुरूआत कर रही है। इस IPO का लक्ष्य ₹10,000 करोड़ की राशि जुटाना है, जो मुख्य रूप से दिल्ली पब्लिक ओफरिंग की जलवायु के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण कदम है। इश्यू 19 नवंबर 2024 से 22 नवंबर 2024 तक खुला रहेगा। इस IPO से प्राप्त राशि को एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड, जो कि इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, में निवेश किया जाएगा।
प्रस्तावित IPO का मूल्य बैंड ₹102 से ₹108 प्रति शेयर तय किया गया है, जिसमें न्यूनतम 138 शेयरों की बोली लगाने का प्रावधान है। यह पूरी तरह से एक नया अंकन है, जिसमें से ₹7,500 करोड़ का उपयोग एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के कुछ उधारी के निपटारे और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए होगा। यह योजना एनटीपीसी को अपनी ऊर्जा क्षमता को 3.3 गीगावॉट से बढ़ाकर 6 गीगावॉट, 11 गीगावॉट और 19 गीगावॉट तक बढ़ाने में मदद करेगी।
इस इश्यू के 75% हिस्से को संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है और 15% गैर-संस्थानिक निवेशकों के लिए है। अवशेष 10% हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। कर्मचारियों के लिए ₹5 प्रति शेयर की छूट भी उपलब्ध है, जहाँ ₹200 करोड़ मूल्य के शेयर कर्मचारी कोटा के तहत आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा, NTPC के मौजूदा शेयरधारकों के लिए ₹1,000 करोड़ के शेयर आरक्षित किए जाएंगे।
जीएमपी (ग्रे मार्केट प्रीमियम) के अनुसार, NTPC ग्रीन एनर्जी के शेयरों का प्रीमियम ₹1 है, जो इश्यू मूल्य पर 1% का प्रीमियम का संकेत देता है। प्रसिद्ध वित्तीय सलाह कंपनियां, जैसे कि SBI सिक्योरिटीज, इस इश्यू में कट-ऑफ मूल्य पर लंबे समय के निवेश के लिए सिफारिश करती हैं। NTPC ग्रीन एनर्जी के लिस्टिंग से व्यापक मूल्य वृद्धि की योजना है, जिसके चलते संस्था निवेशकों के लिए दीर्घकालिक लाभप्रदता महसूस कर रही है।
इस कड़ी में यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि वर्ष 2024 की यह सार्वजनिक पेशकश आकार के हिसाब से तीसरी सबसे बड़ी है। इससे पहले ह्युंडई मोटर इंडिया और स्विगी जैसी बड़ी कंपनियाँ क्रमशः ₹27,870 करोड़ और ₹11,300 करोड़ के IPO ला चुकी हैं। NTPC के CEO मोहित भार्गव ने भी यह स्पष्ट किया है कि इस IPO का प्रमुख उद्देश्य व्यवसाय में इक्विटी का महत्वपूर्ण विस्तार करना है।
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का यह आईपीओ भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कदम के साथ कंपनी न केवल अपने वित्तीय आधार को मजबूत करेगी बल्कि हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अपने परिचालन का भी विस्तार करेगी। भारतीय निवेशकों को इस IPO के लंबी अवधि के लाभों और क्षेत्रीय ऊर्जा आवश्यकताओं के संदर्भ में इस निवेश के अवसर पर विशेष ध्यान देना चाहिए।