नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में लगातार चल रही मुठभेड़ में एक बार फिर पाक की कायरतापूर्ण हरकत सामने आई है। आपको बता दें कि पाकिस्तान ने फिर से एक कायरतापूर्ण कार्रवाई को अंजाम दिया है। जम्मू संभाग के सांबा जिले के रामगढ़ सब सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलाबारी में शहीद हुए बीएसएफ के जवान का पार्थिव शरीर भारत को सौंपने के बजाय उन्होंने उसके साथ बर्बरता कर इंसानियत की सारी हदें पार कर दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने अपनी हैवानियत दिखाते हुए शहीद के गले को चाकू से रेतने के साथ-साथ उनकी एक आंख को भी निकालने की कोशिश की गई। पाकिस्तान ने ऐसी नापाक हरकत को पहली बार अंजाम दिया है, जब जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के किसी जवान के पार्थिव शरीर के साथ दुश्मन ने इस तरीके की हरकत की है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की इस कार्रवाई के बाद जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इतना ही नहीं बीएसएफ के जवानों को किसी भी प्रकार के हालात का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
जांच के मुताहिक शहीद की पहचान बीएसएफ की 176 बटालियन के हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार निवासी थाना कलां, जिला सोनीपत के रूप में हुई है। जानकारी मिलने के मुताबिक इस हमले के पीछे पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम का हाथ होने की भी आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की बैट टीम में पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ आतंकी भी रहते हैं। वे अक्सर भारतीय जवानों में दहशत पैदा करने के लिए ऐसी बर्बर कार्रवाई को अंजाम देते है।